लखनऊ : लॉक डाउन बढ़ने से परीक्षाएं कराने की कोशिशों को झटका, स्नातक की परीक्षाएं जून में कराने की योजना
प्रमुख संवाददाता-राज्य मुख्यालय कोरोना महामारी के कारण लॉक डाउन होने से विश्वविद्यालयों के शैक्षिक सत्र पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। लॉक डाउन-3 खत्म होने के बाद परीक्षाएं कराकर सत्र को पटरी पर लाने की कोशिशों को भी झटका लग चुका है। ऐसे में अब मई में परीक्षाएं होने की संभावना लगभग खत्म हो चुकी है। शासन स्तर पर अब स्नातक की परीक्षाएं जून में और वर्ष 2020 की बीएड प्रवेश परीक्षा जुलाई में कराने पर विचार चल रहा है। उच्च शिक्षा विभाग की अभी तक की तैयारी 17 मई को लॉकडाउन खत्म होने की संभावनाओं पर टिकी हुई थी। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा भी अधिकारियों के अलावा अलग-अलग संगठनों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से परीक्षाओं के आयोजन पर विचार-विमर्श किया। इसमें परीक्षाओं के कई विकल्प भी उन्हें सुझाए गए।उत्तर प्रदेश वित्त विहीन महाविद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय त्रिवेदी से बातचीत में उन्होंने खुद ही कहा कि विश्वविद्यालय में परीक्षाएं कैसे हों, यह यक्ष प्रश्न बना हुआ है। अभी तक पुरानी व्यवस्था के आधार पर ही परीक्षाएं कराई जा रही हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि स्नातक की परीक्षाएं जून में कराने पर विचार किया जा रहा है। बीएड प्रवेश परीक्षा जुलाई में कराई जा सकती है। डॉ. शर्मा ने मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से परीक्षाएं कराने और आंतरिक मूल्यांकन के सुझाव पर भी विचार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि बिना स्नातक कक्षाओं में बिना परीक्षा कराए विद्यार्थियों को अगली कक्षाओं में प्रोन्नत करने के सुझाव को खारिज कर दिया।