प्रयागराज : एसएससी पीएम को ट्वीट कर यूएफएम मामले की शिकायत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) में यूएफएम मामले को लेकर परीक्षार्थियों की नाराजगी थम नहीं रही है। परीक्षा में शामिल छात्रों ने ट्विटर पर अभियान चलाया है। छात्रों की ओर से ट्विटर पर मांग की गई है कि एसएससी का रिजल्ट बिना यूएफएम के घोषित किया जाए। परीक्षार्थियों का कहना है कि सीएचएसएल 2018 की परीक्षा में यूएफएम (अनफेयर मीन्स) के कारण 4500 से ज्यादा दावेदारों को फेल कर दिया गया।उनका कहना है कि सीजीएल 2018 टियर 3 और एमटीएस 2019 पेपर 2 के परीक्षार्थियों के मन में डर है कि कही उन्हें भी इसी तरह यूएफएम में फेल न कर दिया जाए। परीक्षार्थियों ने सीजीएल और एमटीएस के प्रश्नपत्र में भी उन लोगों ने काल्पनिक पते ए, बी,सी, एक्स,वाई, जेड और क, ख, ग लिखे हैं। इन अभ्यर्थियों को डर है कि कहीं इस परीक्षा में भी उन्हें यूएफएम देकर फेल न कर दिया जाए। ट्विटर पर छात्रों ने सवाल उठाया है कि सीजीएल की परीक्षा में तो सवाल ही अधूरा था। सवाल में रिसीवर का पता नहीं था, सेंडर का पता अधूरा था, ऐसे में छात्रों ने काल्पनिक पता लिखा, क्योंकि पत्र तो किसी पते पत्र ही भेजा जाता है, अब इसमें परीक्षार्थियों की गलती कहां है। परीक्षार्थियों का कहना है कि जब शुरू में जारी नोटिफिकेशन और प्रवेश पत्र में यूएफएम में इमेजनरी को शामिल करने के बारे में कोई उल्लेख नहीं है तो सीधे परीक्षा में बिना पहले जानकारी नया नियम जोड़ देना ठीक नहीं।एसएससी बिना यूएफएम के सभी परीक्षाओं का रिजल्ट जारी करे। प्रधानमंत्री को ट्वीट में एक छात्र ने कहा है कि परीक्षा के पांच मिनट पहले नियम बदलने की गलती एसएससी की है, वह अपनी गलती स्वीकार करे और रिजल्ट जारी करे। एक परीक्षार्थी ने लिखा है कि 2018 से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं, अब तो न्याय करो।