महराजगंज : स्कूल चलो अभियान गीत के रूप में बच्चों और अभिभावकों को नामांकन हेतु प्रोत्साहित करती छोटी सी कविता "सरकारी स्कूल चलें हम...." रचना दयानन्द त्रिपाठी की क्लिक कर पूरी पढ़ेंं ।
स्कूल चलो अभियान गीत
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सरकारी स्कूल चलें हम.....
हम बच्चों को स्कूल पहुँचायें
माँ सरस्वती से ये आशीष पायें
अक्षर ज्ञान विज्ञान पढ़ भरें दम
सरकारी स्कूल चलें हम ।।
शिक्षा है विज्ञानों की खेती
पढ़-लिख क्षितिज तक करें परतीती
गली-कूंचे को रोशन कर दें हो सम
सरकारी स्कूल चलें हम ।।
निजी स्कूल बने प्रोफेशनल शाप
ये हैं गरीबों के लिए अभिशाप
सरकारी स्कूल हैं सुविधा सम्पन्न हरदम
सरकारी स्कूल चलें हम ।।
स्कूलों का स्वच्छ है परिवेश
जूता-मोजा, स्वेटर और मिलता है ड्रेस
दूध-फल, खाना भी मिलता है हरदम
सरकारी स्कूल चलें हम।।
पुस्तक, बैग की बात भी समझो
खेलों की सुविधाएं नि:शुल्क हैं समझो
प्रशिक्षितों से अक्षरब्रह्म ज्ञान बढ़ायें हम
सरकारी स्कूल चलें हम।।
गाँधी, टैगोर और अम्बेडकर तक
सरकारी स्कूलों का शान बढ़ायें
राजेंद्र प्रसाद, कलाम भी भरें हैं दम
सरकारी स्कूल चलें हम ।।
मौलिक रचना :-
दयानन्द त्रिपाठी व्याकुल
संविलयत विद्यालय सोनवल,
लक्ष्मीपुर, महराजगंज, उत्तर प्रदेश ।