प्रयागराज : पीसीएस के डेढ़ हजार से अधिक पदों पर फंसी भर्ती
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज।लॉक डाउन के कारण प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित पीसीएस परीक्षा के लिए बड़ा संकट खड़ा हो गया है। तीन परीक्षाएं कतार में हैं और इन परीक्षाओं के तहत तकरीबन १६६२ पदों पर भर्ती फंसी हुई है। किसी का रिजल्ट फंसा हुआ है तो किसी का आयोजन ही स्थगित कर दिया गया। अगर हालात नहीं सुधरे तो उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को आगले साल चार पीसीएस परीक्षाओं के रिजल्ट देने होंगे और आयोग के लिए यह बड़ी चुनौती होगी। पीसीएस-२०१८ की मुख्य परीक्षा पिछले साल अक्तूबर में आयोजित की गई थी।इस परीक्षा के तहत पीसीएस के ९८८ पदों पर भर्ती होनी है। अगर लॉक डाउन न होता तो अब तक मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया होता। लॉक डाउन के कारण आयोग में काफी दिनों तक छुट्टी रही और मुख्य परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन भी ठप रहा। हालांकि आयोग में अब कामकाज शुरू हो चुका है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के मद्देनजर बहुत ही सीमित संख्या में कर्मचारियों-अफसरों को आयोग में बुलाया जा रहा है। लॉक डाउन के कारण परीक्षक भी आयोग नहीं पहुंच पा रहे हैं, इसलिए पीसीएस-२०११८ की मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी नहीं हो पा रहा है। वहीं, पीसीएस-२०१९ की मुख्य परीक्षा भी लॉक डाउन के कारण स्थगित की चुकी है। इस परीक्षा के तहत पीसीएस के तकरीबन ४७४ पदों पर भर्ती होनी है। परीक्षा के विज्ञापन में पीसीएस के ३०९ पद दिए गए थे लेकिन बाद में नायब तहसीदार के १६५ नए पदों का आयोग को अधियाचन मिल गया और पदों की संख्या बढ़ गई। पीसीएस-२०१९ की प्रारंभिक परीक्षा पिछले साल दिसंबर में हुई थी और इस साल फरवरी में इसका रिजल्ट भी आ गया।मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन भी लिए गए लेकिन कोविड-१९ के कारण २० अप्रैल से प्रस्तावित मुख्य परीक्षा टाल दी गई।उधर,पीसीएस-२०२० की प्रारंभिक परीक्षा २१ जून को प्रस्तावित है। इस परीक्षा के तहत आयोग को तकरीबन २०० पदों पर भर्ती का अधिचायन मिला है। प्रारंभिक परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया चल रही है। आवेदन स्वीकार किए जाने की अंतिम तिथि २१ मई निर्धारित है। आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने के ठीक एक माह बाद परीक्षा है।सवाल उठ रहे हैं कि कोविड-१९ के मद्देनजर रेड जोन के रूप चिह्नित किए गए क्षेत्रों में रहने वाले अभ्यर्थी २१ जून को प्रस्तावित प्रारंभिक परीक्षा में कैसे शामिल हो सकेंगे। ऐसे में पीसीएस-२०२० की प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन भी खटाई में पड़ सकता है। अगले साल पीसीएस-२०२१ का आयोजन होना है। अगर यही स्थिति बनी रही तो आयोग को वर्ष २०२१ में चार पीसीएस परीक्षाओं को पूरा कराना होगा।