नई दिल्ली : महामारी के चलते शिक्षा जगत के सामने बड़ा खतरा - विश्व बैंक
नई दिल्ली : विश्व बैंक की शिक्षा टीम ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते शिक्षा के बदतर परिणाम आने का खतरा मंडरा हा है और यदि कोई आक्रामक नीति नहीं बनाई गई तो दुनिया भर में इस वायरस के प्रकोप की तत्काल कीमत बच्चों और युवाओं दोनों की शिक्षा और स्वास्थ्य के रूप में चुकानी पड़ेगी।
विश्व बैंक के विशेषज्ञों ने कहा कि महामारी से पहले भी दुनिया 'सीखने के संकट' का सामना कर ही थी और सतत विकास लक्ष्य की राह से पहले ही भटक गई थी, जो सभी राष्ट्रों को यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध करता है कि अन्य महत्वाकांक्षी लक्ष्यों के बीच सभी लड़कियां व लड़के मुफ्त, समान व गुणवत्ता वाली प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा पूरी करें।
शिक्षा और नीति प्रतिक्रिया ओं को झटका' शीर्षक वाली रिपोर्ट में बताया, 'महामारी से पहले प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के 258 मिलियन 258000000 बच्चे और युवा स्कूल से बाहर थे और निम्न स्कूली शिक्षा का मतलब है कि स्कूल में कई ऐसे थे जो बहुत कम सीखते थे।