प्रयागराज : कहीं बच्चों को ऑड-इवेन रोल नंबर तो कहीं दो शिफ्टों में आना होगा स्कूल
प्रयागराज।कोरोना वायरस कोविड-19 का डर अब स्कूल परिसर के साथ बच्चों की क्लास में भी दिखाई पड़ेगा। क्लास में अब बच्चों को बैठाने में सोशल डिस्टेंसिंग के निर्देश का पालन करते हुए आना होगा। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की पहल पर एनसीईआरटी और स्कूल स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है।मंत्रालय स्तर पर पहल के बाद स्थानीय स्तर पर सेंट जोसफ कॉलेज में बच्चों को अब ऑड-इवेंन फार्मूले के अनुसार स्कूल आना होगा। अब ऑड रोल नंबर वाला बच्चा एक दिन तो दूसरे दिन इवेन रोल नंबर का बच्च स्कूल आएगा। इससे स्कूल में बच्चों की भीड़ रोकने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन हो सकेगा। जब स्कूल में कम बच्चे आएंगे तो वह दूर-दूर बैठेंगे। अगर इस व्यवस्था पर अमल किया भी जाएगा तो यह अगले सत्र से ही संभव है। नई गाइड लाइन में बच्चों को पांच से छह फीट की दूरी पर बैठने का निर्देश दिया गया है। स्थानीय सेंट जोसेफ कॉलेज के प्रधानाचार्य फादर थामस कुमार का कहना है कि सरकार की ओर से लागू होने वाले सभी नियमों का पालन होगा। सोशल डिस्टेंसिंग लागू करने के लिए बच्चों को ऑड- इवेन रोल नम्बर के अनुसार एक दिन के अंतर पर बुलाया जाएगा।उन्होंने बताया कि ऑड-इवेन फार्मूले के आधार पर बच्चों को स्कूल बुलाने के प्रयोग से शिक्षकों, अभिभावकों एवं छात्रों पर कोर्स समय से पूरा करने का दबाव बनेगा, परंतु बच्चों को बीमारी से बचाने के लिए इससे सुरक्षित कोई उपाय नहीं है। स्कूल में आटोमेटिक थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है। सैनिटाइजेशन की मशीन आ गई है, इसका प्रयोग किया जाएगा।इसी प्रकार सीबीएसई से संबद्घ शहर के बेथनी कॉन्वेंट स्कूल की प्रधानाचार्या सिस्टर शिल्पा का कहना है कि भीड़ कम करने के लिए स्कूल प्रबंधन से बात करके वह स्कूल दो शिफ्ट में करने की मांग करेंगी। जिससे बच्चों को दूर-दूर रखा जा सके और एक समय में कम बच्चे स्कूल आएं।उनका कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा पालन किया जाएगा। सरकार से जो भी गाइडलाइन मिलेगी उसका पालन होगा। बच्चों की कक्षा में बैठने में दूरी बरती जाएगी।बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कक्षाओं में लागू होने वाली सोशल डिस्टेंसिंग की गाइडलाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसे संबंधित शिक्षा बोर्ड एवं संस्था के माध्यम से जल्द स्कूलों को भेज जाएगा। नई गाइडलाइंस मिलने के बाद स्कूल उसकी तैयारी कर सकेंगे। उनका कहना है कि देश के अधिकांश भागों में स्कूलों के पास बैठाने के लिए दो सीट वाले बेंच डेस्क हैं, ऐसे उन्हें नए सिरे से तैयारी करनी होगी।स्कूलों को या तो नई व्यवस्था करनी होगी अथवा दो बच्चों वाली बेंच डेस्क पर एक बच्चा बैठाना होगा। इलाहाबाद पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्या अमिता मिश्रा का कहना है कि नई गाइडलाइंस के अनुसार स्कूलों को हर सेक्शन में छात्रों की संख्या कम करनी होगी। साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लैंग्वेज लैब, पुस्तकालय और टॉयलेट आदि जगहों पर एक साथ 10 से अधिक बच्चे नहीं आएंगे। लैब के साथ-साथ पुस्तकालय में भी बच्चों को पांच फीट की दूरी बनाए रखनी होगी। स्कूल को इन जगहों को हर दिन सैनेटाइज करना होगा। स्कूल प्रबंधन को देखना होगा कि बच्चों के आने के दौरान भीड़ न लगने पाए।