बस्ती : परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने गतिमान अंतर्जनदीय स्थानांतरण प्रक्रिया पूरी करने की माँग की
शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को ट्वीट कर जल्द से जल्द स्थानांतरण प्रक्रिया को पूर्ण करने की माँग की
69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया के बाद स्थानांतरण होने पर पांच साल सेवा के बाद भी स्थानांतरित शिक्षक हो जाएंगे जूनियर
हर्रैया बस्ती।परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत अध्यापकों ने 6 माह से गतिमान अंतर्जनदीय स्थानांतरण प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरा करने की माँग की है कोरोना के चलते पहले प्रदेश सरकार ने शिक्षकों के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण पर रोक लगा दी अब इस प्रक्रिया रोक के बाद लंबे समय से अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की मांग कर रहे शिक्षकों का इंतजार बढ़ गया है। सरकार की ओर से अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद सरकार ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की अंतिम सूची का प्रकाशन 20 अप्रैल तक और पारस्परिक अंतर्जनदीय स्थानांतरण की सूची का प्रकाशन 30 अप्रैल तक होना था। कोरोना के चलते बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से स्थानांतरण की प्रक्रिया को पूरी तरह से स्थगित कर दिया गया है। लेकिन इसी बीच उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती के कटऑफ अंक विवाद पर बुधवार 6 मई को फैसला आ गया।जिसमें इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ सरकार को तीन माह के भीतर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का आदेश दिया जिससे अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में आवेदन करने वाले शिक्षकों में खलबली मच गई और एक के बाद एक सैकड़ों शिक्षकों ने मुख्यमंत्री को अंतर्जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया जल्द पूरा करने के लिए ट्वीट किया।
ट्वीट करने वाले शिक्षकों में
विवेकानंद,सुजीत सिंह,शिव कुमार पाठक,आनंद अभिषेक श्रीवास्तव,सुदेश पांडेय,निर्भय सिंह,पवन त्रिपाठी,अनिल वर्मा,शिव कुमार,गणेश पाठक,अखिलेन्द्र प्रताप सिंह आदि का कहना है कि यदि शिक्षकों की अंतर्जनपदीय स्थानांतरण प्रक्रिया परिषदीय विद्यालयों की 69000 शिक्षकों की भर्ती के बाद होती है तो पांच साल की सेवा करने के बाद भी स्थानांतरित शिक्षक जूनियर हो जाएंगे। बताते चलें कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण और पारस्परिक स्थानांतरण के लिए 20 दिसम्बर से 28 जनवरी तक आनलाइन आवेदन लिए गए थे अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के लिए तकरीबन 70 हजार आवेदन जबकि पारस्परिक स्थानांतरण के लिए लगभग 10 हजार लोगों ने आवेदन किया था।तत्पश्चात काॅउन्सिलिंग की प्रक्रिया पूरी की गई। 19 से 26 मार्च तक दावे और आपत्तियों का निस्तारण चल रहा था इसी दौरान कोरोना महामारी के कारण लाॅकडाउन होने से प्रक्रिया ठप हो गई।
शिक्षकों में मायूसी के साथ उम्मीद भी है कायम
अंतर्जनपदीय स्थानांतरण में अपने गृह जनपद में नौकरी करने की चाह रखने वाले शिक्षकों को लाकडाउन के कारण जहाँ एक तरफ मायूसी हाथ लग रही है।वहीं दूसरी ओर शिक्षकों का कहना है कि बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात दूसरे जिले के शिक्षक शिक्षिकाओं को शासन ने अंतर्जनपदीय स्थानांतरण का मौका दिया है। शिक्षकों को उम्मीद है कि शासन 69000 शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले 6 माह से गतिमान परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के अंतर्जनपदीय स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी करेगी।