एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर श्रावस्ती बहराइच मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

कानपुर : आइआइटी कानपुर बना रहा Covid-19 का टीका, जून में परीक्षण करने की तैयारी

0 comments
कानपुर : आइआइटी कानपुर बना रहा Covid-19 का टीका, जून में परीक्षण करने की तैयारी

बायोलॉजिकल साइंस एंड बायोइंजीनियरिंग के तीन प्रोफेसर  तैयार कर रहे हैं दो टीके

सब कुछ ठीक रहा तो इसके अगले चार महीने में इंसान पर इस टीके का किया जाएगा परीक्षण

कानपुर, [शशांक शेखर भारद्वाज]। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए दुनिया भर के वैज्ञानिक वैक्सीन तैयार करने में जुटे हैं। इस कड़ी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) कानपुर भी शामिल हो गया है। संस्थान के विशेषज्ञ करीब दो महीने से दो प्रकार के टीके विकसित करने पर शोध कर रहे हैं। इन टीकों की जून में एनिमल टेस्टिंग (जीव पर परीक्षण) भी शुरू हो जाएगी। सब कुछ ठीक रहा तो इसके अगले चार महीने में इंसान पर इस टीके का परीक्षण किया जाएगा।

दो तरह के टीके पर काम

कोविड-19 का संक्रमण बढ़ते ही संस्थान के बायोलॉजिकल साइंस एंड बायोइंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर देब्येंदु कुमार दास व डॉ. सर्वानन मथेस्वरन शोध में जुट गए थे। दिन रात एक कर वैक्सीन पर काम किया। इनोवेशन एंड इन्क्यूबेशन सेल के इंचार्ज प्रो. अमिताभ बंद्योपाध्याय ने बताया कि दो तरह के टीके विकसित करने पर काम हो रहा है। एक कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी बनाएगा, जिससे संक्रमण की आशंका समाप्त होगी।दूसरे टीके के बारे में अब तक देश में किसी ने नहीं सोचा है। यह वायरस के स्ट्रेन बदलने के दौरान भी कारगर रहेगा। दूसरे संस्थानों से एनिमल टेस्टिंग को लेकर बातचीत भी चल रही है।आइआइटी निदेशक प्रो. अभय करंदीकर का कहना है कि आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञ वैक्सीन पर काम कर रहे हैं। अभी यह रिसर्च स्टेज में है। जल्द ही बाकी की प्रक्रिया पूरी होगी।

वायरस के माध्यम से खोज

विशेषज्ञ पहली वैक्सीन में अन्य वायरस के माध्यम से शरीर में एंटीबॉडी विकसित करेंगे। उनका दावा है कि यह शरीर को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाएगा। दूसरी वैक्सीन स्ट्रेन बदलने पर भी प्रभावशाली रहेगा।

कोरोना के कांटे में रहता है प्रोटीन

कोरोना वायरस के कांटे (स्पाइक्स) में एस-वन और एस-टू प्रोटीन रहता है। इसी के जरिए ही वह कोशिका (सेल) के संपर्क में आता है। विशेषज्ञों ने एस-टू प्रोटीन पर काम करने का निर्णय लिया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।