लखनऊ : UP राज्य निर्वाचन आयोग में शुरू हुआ काम, पंचायत चुनाव की तैयारी तेज
विशेष संवाददाता, लखनऊ
उत्तर प्रदेश सरकार के अन्य विभागों के साथ ही एक तिहाई स्टाफ के साथ राज्य निर्वाचन आयोग में भी कामकाज शुरू हो गया है। आगामी अक्तूबर-नवम्बर में प्रस्तावित ग्राम पंचायतों के चुनाव के लिए तैयारियों ने फिर रफ्तार पकड़ ली है। आयोग भी यह मान कर अपनी तैयारियां कर रहा है कि इस बार प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव कुछ अलग होंगे। कोरोना संकट की वजह से दूसरे राज्यों से प्रदेश के अपने गांवों में आ रहे लोगों की बढ़ती तादाद की वजह से अब ग्राम पंचायतों की वोटर लिस्ट में भी खासा इजाफा होगा।
इस बार सिर्फ वोट देने वाले ही नहीं बल्कि चुनाव लड़ने वाले भी ज्यादा होंगे। 2015 में हुए प्रदेश के पिछले पंचायत चुनाव की वोटर लिस्ट में 11.7 करोड़ वोटर दर्ज हुए थे, इस बार यह तादाद काफी बढ़ने की उम्मीद है। प्रदेश में पिछली बार 25 दिसम्बर 2015 को ग्राम पंचायतों का गठन हुआ था और 26 दिसम्बर को पहली बैठक हुई थी। इस लिहाज से इस साल 25 दिसम्बर से पहले प्रदेश में पंचायतों के चुनाव हो जाने चाहिए। चूंकि कोरोना संकट की वजह से उपजे हालात में अभी प्रदेश सरकार ने इन पंचायतों का कार्यकाल बढ़ाने के बारे में कोई फैसला नहीं किया है इसलिए आयोग भी अक्तूबर-नवम्बर में ही इन चुनावों को करवाने को लेकर तैयारी कर रहा है।
आयोग के एडीशनल कमिश्नर वेद प्रकाश वर्मा ने बताया कि चुनाव के लिए मतपत्रों की छपाई, मतपेटियों व चुनाव सामग्री की आपूर्ति आदि के टेण्डर की प्रक्रिया कोरोना संकट की वजह से रोक दी गई थी, उसे अब फिर शुरू किया गया है। इसके साथ ही चुनाव के दौरान आयोग की ओर से बूथ लेबल आफिसर से लेकर जिलाधिकारियों तक के लिए जारी किए जाने वाले तमाम निर्देशों की एक पुस्तिका भी तैयार करवायी जा रही है।
इसकी ई-बुक भी बनेगी। इसमें चुनाव से सम्बंधित पूछे जाने वाले तमाम प्रश्नों व जिज्ञासा के स्पष्टीकरण एक ही जगह पर मिल जाएंगे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने स्पष्ट किया कि आयोग अपनी तैयारी आगामी अक्तूबर-नवम्बर में ही चुनाव करवाने को लेकर कर रहा है, बाकी इस बारे में अंतिम निर्णय तो प्रदेश सरकार ही करेगी।