लखनऊ में आठ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में ‘अनामिका’ की तलाश में 100 शिक्षिकाओं के वास्तविक शैक्षिक दस्तावेज बीएसए दफ्तर में जांच के लिए लाए गए
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के आठ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में ‘अनामिका’ की तलाश में 100 शिक्षिकाओं के वास्तविक शैक्षिक दस्तावेज बीएसए दफ्तर में जमा करा लिए गए हैं। हालांकि फौरी जांच में अभी तक किसी के दस्तावेजों में किसी प्रकार के फर्जीवाड़े की पुष्टि नहीं हुई है, पर अंतिम मुहर बोर्ड द्वारा लगेगी। शिक्षिकाओं के शैक्षिक बोर्ड की रिपोर्ट आने पर ही पता चल सकेगा कि किसके दस्तावेज सही अथवा गलत हैं।जिला समन्वयक बालिका शिक्षा विश्वजीत पांडेय ने बताया कि 15 जून से राजधानी के आठो ब्लाकों में स्थित आठ कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की शिक्षिकाओं के शैक्षिक दस्तावेजों की पड़ताल कर जमा कराए जा रहे थे। चूंकि संविदा की नौकरी होने के कारण किसी के वास्तविक दस्तावेज नहीं जमा किए गए थे। शासन के आदेश पर अब वास्तविक दस्तावेज जमा किए गए हैं। दस्तावेजों का एक जीरॉक्स सेट भी ले लिया गया है। यह सेट सील कर दिया गया है। शनिवार को शिक्षिकाओं के संबंधिक शैक्षिक बोर्ड भेजा जाएगा। बोर्ड दस्तावेजों पर रिपोर्ट देगा। बोर्ड की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्यवाई होगी। फौरी जांच में किसी के दस्तावेजों के फर्जी होने की पुष्टि नहीं हो सकी है।
*ये है मामला*
पुष्पेंद्र उर्फ राज खुद भी नाम बदलकर कायमगंज तहसील के गांव कुंवरपुर खास के प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक था। वह सुशील कौशल के नाम से करीब छह वर्ष से वह नौकरी कर शासन को चकमा दे रहा था।अनामिका शुक्ला के नाम से कासगंज में नौकरी कर रही कायमगंज के गांव रजपालपुर की सुप्रिया जाटव पकड़ी गई। इसके बाद इस मामले मे रहस्य की परतें खुलनी शुरू हुईं। इसके बाद इसी गांव के फर्जी पते की रीना का मामला प्रयागराज में खुला। तभी से घटना के तार कायमगंज से जुड़े थे। इस मामले की जांच में जुटी एसटीएफ ने गिरोह के मास्टर माइंड पुष्पेंद्र सिंह उर्फ राज उर्फ सुशील उर्फ गुरुजी निवासी नगला खराव, थाना भोगांव जनपद मैनपुरी समेत दो को गिरफ्तार किया। पुष्पेंद्र सिंह कायमगंज क्षेत्र के कुंअरपुर खास प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर तैनात था। कुंअरपुर खास के प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह के मुताबिक अभिलेखों में उसका नाम सुशील कुमार कौशल पुत्र गुलाबचंद्र निवासी ग्राम खेरा भाग जथरथपुर तहसील भोगांव जिला मैनपुरी दर्ज है। वह इस स्कूल में अगस्त, 2014 से तैनात है। इस स्कूल मे प्रधानाध्यापक के अतिरिक्त सुशील कौशल के अलावा अध्यापक नईम अख्तर, संग्राम वीर बहादुर सिंह तथा शिक्षामित्र राका मिश्रा व अर्चना पाठक तैनात हैं। प्रधानाध्यापक के मुताबिक पांच वर्ष से अधिक समय तक साथ होने बावजूद उसने यह जाहिर न होने दिया कि वह फर्जी नाम से काम कर रहा है। अध्यापकों व बच्चों के प्रति उसका व्यवहार सामान्य था।
*तीन लोगों का बड़ा गैंग*
एसटीएफ के मुताबिक बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े तीनों आरोपी इस गैंग को चला रहे थे। आनंद ने 2019 में अनामिका के मार्कशीट सॢटफिकेट पुष्पेंद्र को दिए थे। आनंद ने एक और अभ्यर्थी प्रीति यादव के दस्तावेज गिरोह को दिए थे। इन सॢटफिकेट पर रामनाथ ने फर्जी दस्तावेज को तैयार कराया और दो-दो लाख रुपया लेकर भॢतयां कराई।