नई दिल्ली : 15 अगस्त तक बंद रहेगा जेएनयू, कोरोना का मामला सामने का बाद लिया फैसला
विश्वविद्यालय के सभी छात्रावास में रहने वाले छात्रों-छात्राओं को उनके घर जाने के लिए कह दिया गया है
नई दिल्ली राहुल मानव। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्वास्थ्य केंद्र के एक फार्मासिस्ट (दवाई विक्रेता) के कोविड-19 पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद संस्थान को बंद रखने का फैसला लिया गया है। इस बारे में जेएनयू प्रशासन ने सोमवार को रात 9.05 बजे परिपत्र जारी करते हुए छात्रों को इसकी सूचना दी है। इस बारे में जेएनयू के छात्रों के डीन प्रो सुधीर प्रताप सिंह ने परिपत्र जारी करते हुए कहा है कि इस मामले के सामने आने के बाद केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन किया जा रहा है।
जेएनयू दोबारा खोलने पर अनिश्चितता
विश्वविद्यालय को दोबारा खोलने पर अनिश्चितता बन गई है। तत्काल प्रभाव से संस्थान को 15 अगस्त 2020 तक बंद रखने का फैसला लिया गया है। जेएनयू को बंद रखने का निर्णय 15 अगस्त के बाद भी जारी रह सकता है।
विश्वविद्यालय ने छात्रों को अपने घर जाने को कहा
दिल्ली में लगातार कोविड-19 के मामलों बढ़ रहे हैं। ऐसे में विश्वविद्यालय के सभी छात्रावास में रहने वाले छात्रों-छात्राओं को उनके घर जाने के लिए कह दिया गया है। इस निर्देश को सभी छात्रों व छात्राओं को मजबूती से पालन करने के लिए कह दिया गया है। यह सभी छात्र संस्थान के दोबारा खुलने पर वापिस आ सकते हैं। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि जो छात्र व छात्राएं पहले ही अपने छात्रावास को छोड़कर जा चुके हैं। उन्हें भी विश्वविद्यालय के वापिस खुलने तक संस्थान में फिर लौटने के लिए मना कर दिया गया है।
दवा विक्रेता मिला था कोरोना पॉजिटिव
रविवार को जेएनयू ने स्वास्थ्य केंद्र के इस दवाई विक्रेता के कोविड-19 के पॉजिटिव होने की जानकारी साझा की थी। इससे पहले जेएनयू ने केंद्र सरकार के अनलॉक-1 के जारी दिशा-निर्देशों के मद्देनजर विश्वविद्यालय को 30 जून तक बंद रखने का फैसला लिया था। बता दें कि दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। दिल्ली में 29 हजार से ज्यादा कोरोना के मरीज हो चुके हैं।