प्रयागराज : यूपीपीएससी में पीसीएस के 18 हजार से अधिक आवेदनों में गलती
कुल पांच लाख 95 हजार 696 अभ्यर्थियों ने किए हैं आवेदन
पहली बार पीसीएस परीक्षा के आवेदन में इतने बड़े पैमाने पर मिली गड़बड़ी
अभ्यर्थियों को 12 जून तक त्रुटि सुधार का दिया गया है मौका
प्रयागराज।पीसीएस-2020 के लिए आवेदन की प्रक्रिया चार जून को पूरी हो चुकी है। कुल पांच लाख 95 हजार 696 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं और इनमें से 18 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के आवेदन में हस्ताक्षर एवं फोटो संबंधी त्रुटि पाई गई है। पहली बार पीसीएस परीक्षा के आवेदन में इतने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी मिली है।हालांकि, अभ्यर्थियों को गड़बड़ी सुधारने का मौका दिया गया है। पीसीएस-2020 के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 21 अप्रैल से शुरू हुई थी।आवेदन की अंतिम तिथि 21 मई थी, जिसे बाद में चार जून तक बढ़ा दिया गया था। इस दौरान पांच लाख 95 हजार 696 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए और 18253 अभ्यर्थियों के आवेदन फॉर्म में त्रुटि पाई गई। ऐसे अभ्यर्थियों को 12 जून तक त्रुटि सुधार का मौका दिया गया है।हालांकि, पीसीएस के आवेदन में इतने व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी पहली बार मिली है और सभी गड़बड़ियां अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर एवं फोटो को लेकर हुई हैं। माना जा रहा है कि इस बार आयोग ने अतिरिक्त सतर्कता के साथ आवेदनपत्रों की जांच की है, ताकि परीक्षा केंद्रों में हस्ताक्षर एवं फोटो मिलान में कोई दिक्कत न हो। परीक्षाओं के दौरान हस्ताक्षर और फोटो में गड़बड़ी के कारण ही फर्जी अभ्यर्थियों के शामिल होने की आशंका अधिक होती है। तमाम मामले सामने आए, जब इन्हीं गड़बड़ियों की आड़ में वास्तविक अभ्यर्थी की जगह कोई दूसरा व्यक्ति परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। आवेदनों में जो त्रुटियां सामने आई हैं, उनके अनुसार किसी की फोटो है, लेकिन उस पर हस्ताक्षर स्पष्ट नहीं है या हस्ताक्षर पूरी तरह से गायब है। किसी की फोटो सही नहीं है। किसी ने बिना हस्ताक्षर के फोटो अपलोड कर दी है। वहीं, कुछ अभ्यर्थियों की फोटो निर्धारित आकार में नहीं हैं। इतने बड़े पैमाने पर गलती हुई कैसे, आयोग की ओर ये यह स्पष्ट नहीं किया गया है। सचिव जगदीश का कहना है कि आवेदनों की गहनता से जांच की गई है, जिसमें ये त्रुटियां सामने आईं हैं। अभ्यर्थियों को सुधार का मौका दिया गया है। वे 12 जून तक सही फोटो एवं हस्ताक्षर आयोग की वेबसाइट पर दोबारा अपलोड कर दें।