25 जिलों में कार्यरत अनामिका को लेकर विभाग एलर्ट
जिले के केजीबीवी और परिषदीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों के खंगाले जा रहे रिकार्ड
अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) में विज्ञान की शिक्षिका के रूप में 25 जनपदों में कार्यरत अनामिका शुक्ला के मिलने के बाद से बेसिक शिक्षा विभाग अलर्ट पर है। शासन के निर्देश पर विभाग की ओर से अपने यहां केजीबीवी में कार्यरत शिक्षकों का रिकार्ड खंगाला जा रहा है।खासकर अनामिका शुक्ला नाम के लोगों पर विभाग का फोकस है। अब तक जांच में कस्तूरबा विद्यालय में कोई अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका नहीं मिली है। मगर बेसिक स्कूलों में इस नाम की शिक्षिका के मिलने का आसार है। जांच को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद द्विवेदी का पत्र गोरखपुर भी पहुंच गया है। प्रदेश में जरूरतमंद (कक्षा 6-8) की बालिकाओं के लिए लगभग हर ब्लॉक में केजीबीवी संचालित है। इनमें बच्चियों की पढ़ाई के साथ आवास की भी व्यवस्था है। जिले में ऐसे विद्यालयों की संख्या 20 है। इन विद्यालयों में संविदा पर 30 हजार रुपये मानदेय पर शिक्षिकाओं की नियुक्ति होती है।
गोरखपुर में भी होगी जांच
बीते दिनों मानव संपदा पोर्टल की व्यवस्था लागू होने के बाद से केजीबीवी की सभी शिक्षिकाओं का डाटा पोर्टल पर दर्ज किया गया। ऐसे में बागपत, प्रयागराज, मैनपुरी, आंबेडकरनगर समेत 25 जिलों में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका कार्यरत मिली। जिसके बाद मंत्री के निर्देश पर शिक्षिका के खिलाफ केस दर्ज हुआ और ऐसे और मामलों की तलाश में पूरा महकमा जुटा है।बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएन सिंह ने कहा कि अनामिका शुक्ला नाम की विज्ञान शिक्षिका के 25 जिलों में कार्यरत होने की सूचना मिलने के बाद से जिले के कस्तुरबा और परिषदीय विद्यालयों में ऐसे नाम से कार्यरत शिक्षिकाओं की तलाश की जा रही है। फिलहाल कस्तुरबा इस नाम की कोई शिक्षिका मौजूद नहीं है। इसकी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजी जाएगी।