69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के पहले दिन अव्यवस्थाएं हावी रहीं।
डायट में सुबह 10 बजे से काउंसलिंग को शुरू कराया गया। इससे पहले ही बड़ी संख्या में आवेदक डायट के बाहर जमा हो गए। जिसको देखते हुए प्रशासन ने बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया। जाम की स्थिति न बने इसके लिए डायट के बाहर ही सभी वाहनों को पार्क कराया गया।
शासन की गाइड लाइन का ख्याल न रखते हुए स्थानीय अधिकारियों ने न तो थर्मल स्क्रीनिंग कराई और न ही किसी भी आवेदक को सेनिटाइजर से हाथों को साफ कराया। काउंसलिंग के दौरान डायट में सामाजिक दूरी की धज्जियां उड़ती दिखाई दीं।
भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने के आदेश के बाद 69 हजार शिक्षक भर्ती में आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा था। इसके लिए आवंटित जिले की जानकारी होने के साथ ही अभ्यर्थी पूरी तैयारी के साथ पहुंच गए थे।
डायट में सुबह से ही अभ्यर्थिंयों की भीड़ दिखाई दी। पहले दिन स्थानीय अधिकारियों ने काउंसलिंग के लिए 600 अभ्यर्थियों को बुलाया था। जिसमें से 377 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हो सकी।
नहीं हुई थर्मल स्क्रीनिंग
डायट पहुंचे किसी भी अभ्यर्थी की थर्मल स्क्रीनिंग नहीं कराई गई। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा कहीं अधिक बना रहा। साथ ही सामाजिक दूरी का भी पालन नहीं कराया गया। ऐसे में इतनी संख्या में लोग बिना किसी भय के काउंसलिंग कराने की जल्दबाजी में लगे रहे। जबकि शासन की ओर से गाइड लाइन जारी की गई थी। जिसका स्थानीय अधिकारियों को पालन करते हुए काउंसलिंग करानी थी।
स्टे की खबर मिलते ही मचा हड़कंप
डायट में काउंसलिंग करा रहे अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट लखनऊ बेंच द्वारा भर्ती प्रक्रिया रोकने का आदेश की खबर मिलते ही हड़कंप मच गया। सभी अभ्यर्थी मोबाईल पर भर्ती संबंधी आदेशों को सर्च करने लगे। हालांकि इसी बीच कई अभ्यर्थी ऐसे भी थे जो जल्द से जल्द काउंसलिंग कराना चाहते थे।
आदेश मिलने पर रोकी गई काउंसलिंग
शासन से भर्ती प्रक्रिया को रोकने का आदेश मिलने के साथ ही काउंसलिंग को रोक दिया गया। इस बीच काउंसलिंग से वंचित रह गए अभ्यर्थियों के चेहरे पर निराशा साफ दिखाई दे रही थी। तो कई अभ्यर्थियों ने अधिकारियों से काउंसलिंग कराने के लिए गुहार लगाई, इसके बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
शासन से आदेश मिलने के बाद फिलहाल काउंसलिंग को स्थगित कर दिया गया है। शासन से निर्देश मिलने के बाद ही अब आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
- रामपाल सिंह राजपूत, बीएसए