प्रयागराज : रिजल्ट में फेल होकर भी उत्तीर्ण हो सकेंगे हजारों परीक्षार्थी, जानें कैसे...करीब 51 लाख परीक्षार्थियों में से उत्तीर्ण होने वालों के साथ ही अनुत्तीर्ण होने वालों की भी बल्ले-बल्ले होगी
प्रयागराज [धर्मेश अवस्थी]। माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2020 का परिणाम 27 जून को आ रहा है। करीब 51 लाख परीक्षार्थियों में से उत्तीर्ण होने वालों के साथ ही अनुत्तीर्ण होने वालों की भी बल्ले-बल्ले होगी। इतना पढ़कर चौंकिए नहीं, बल्कि इस खबर से ये समझिए कि वे कौन अभ्यर्थी हैं जो रिजल्ट में फेल होकर भी पास हो सकते हैं। प्रिय परीक्षार्थियों, आप शनिवार को घोषित हो रहे रिजल्ट के परिणाम को बदल सकते हो, बशर्ते समय पर आवेदन करके संबंधित विषय का अच्छे से इम्तिहान दे दो माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल में छह विषयों की परीक्षा लेता है। इसमें पांच विषयों में उत्तीर्ण और एक विषय में अनुत्तीर्ण का परिणाम उत्तीर्ण होगा। परीक्षार्थी चाहे तो अनुत्तीर्ण विषय की इंप्रूवमेंट परीक्षा देकर उसमें भी पास हो जाए। इससे उसे नया अंक सहप्रमाणपत्र मिलेगा और उत्तीर्ण प्रतिशत भी बढ़ जाएगा। यदि वह इस परीक्षा में शामिल नहीं होता है, तब भी उसका रिजल्ट उत्तीर्ण है।हाईस्कूल में ही यदि कोई परीक्षार्थी छह में से दो विषयों में अनुत्तीर्ण है तो उसका परिणाम भी अनुत्तीर्ण (फेल) होगा। साथ ही ऐसा परीक्षार्थी कंपार्टमेंट परीक्षा का दावेदार होगा। यानी वह चाहे तो अनुत्तीर्ण होने वाले दो विषयों में से किसी एक विषय की परीक्षा दे दें और यदि उसमें उत्तीर्ण होता है तो वह पास हो जाएगा, उसे साल भर बाद हाईस्कूल की दोबारा पूरी परीक्षा नहीं देनी होगी।अब बात इंटरमीडिएट परीक्षा की। यूपी बोर्ड सभी परीक्षार्थियों की पांच विषयों की परीक्षा लेता है। उसमें यदि कोई परीक्षार्थी चार विषय में उत्तीर्ण है और एक विषय में अनुत्तीर्ण है तो उसका रिजल्ट अनुत्तीर्ण होगा लेकिन, वह चाहे तो अनुत्तीर्ण विषय की कंपार्टमेंट परीक्षा पास करके 12वीं उत्तीर्ण हो जाएगा। उसे वर्ष भर बाद दोबारा इंटर की परीक्षा नहीं देनी होगी। इसी तरह से हाईस्कूल व इंटर के हर परीक्षार्थी के पास उत्तर पुस्तिका का फिर से मूल्यांकन कराकर अंक व परिणाम की श्रेणी बदलाने का मौका है।
अंकपत्र पर सूचना देने की तैयारी :
यूपी बोर्ड परीक्षार्थियों के अंकपत्र पर ही कंपार्टमेंट के लिए अर्ह होने की सूचना अंकित कराने की तैयारी में है। साथ ही परीक्षा कब होगी और आनलाइन आवेदन लेने की बात भी दर्ज रहेगी। सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि परीक्षार्थियों के हित में बेहतर करने का प्रयास है।
2013 में सबसे अच्छा रहा रिजल्ट :
इधर के वर्षों में यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा 2013 व इंटर का परिणाम 2016 में सबसे बेहतर आया है। इस बार भी अच्छे परिणाम की उम्मीद है, लेकिन पिछले रिकॉर्ड क्या टूटेंगे? इस पर सभी की निगाहें हैं।
इंटर परीक्षा परिणाम
वर्ष : उत्तीर्ण प्रतिशत
2013 : 92.68
2014 : 92.21
2015 : 88.33
2016 : 87.99
2017 : 82.62
2018 : 72.43
2019 : 70.06
हाईस्कूल परीक्षा परिणाम
वर्ष : उत्तीर्ण प्रतिशत
2013 : 86.63
2014 : 86.71
2015 : 83.74
2016 : 87.66
2017 : 81.18
2018 : 75.16
2019 : 80.07