लखनऊ । यूपी के परिषदीय स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े पर यूपी सरकार तुरंत एक्शन में आ गई है। मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है।
यूपी के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश कुमार द्विवेदी ने फर्जीवाड़े पर कहा कि योगी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग राजनीति कर भर्ती प्रक्रिया को रोकने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि इतने साफ-सुथरे ढंग से हुई भर्ती उन्हें पच नहीं रही है।
उन्होंने बताया कि मामले की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई है। उन्होंने बताया कि शिक्षक भर्ती में लेनदेन शिकायत की गई थी। शिकायत पर केएल पटेल सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
भर्ती प्रक्रिया में अनारक्षित कोटे में सभी सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों की भर्ती के आरोप को उन्होंने नकार दिया। कहा कि भर्ती को डिरेल करने के लिए राजनीति की जा रही है।
वहीं, सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों की भर्ती रोके जाने पर उन्होंने कहा कि इस मसले पर अभी सुप्रीम कोर्ट ने अभी सरकार का पक्ष नहीं सुना है। सरकार का पक्ष सुनने के बाद ही सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाएगा।
अनामिका शुक्ला को 6 विद्यालयों से 12 लाख 700 रुपये का हुआ भुगतान
बेसिक शिक्षा मंत्री ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिका अनामिका शुक्ला मामले पर कहा कि प्रेरणा एप के कारण ही मामले का खुलासा हुआ। शिक्षिका को 6 विद्यालयों से 12 लाख 700 रुपये का भुगतान किया गया है।