गोरखपुर : 8 दिनों के लिए बीआरसी बंद, 40 लोग होम क्वारंटीन, जानिए क्या है वजह, प्राथमिक शिक्षक संघ और बीईओ आमने सामने
अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। मानव संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन ब्यौरा देने भटहट के ब्लॉक संसाधन केंद्र पर देने पहुंची शिक्षिका की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद से वहां मौजूद खंड शिक्षाअधिकारी, शिक्षकों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।एहतियात के तौर पर बेसिक शिक्षा विभाग ने बीआरसी को 26 जून तक बंद करने के साथ ही वहां मौजूद बीईओ समेत 40 शिक्षकों और कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन का निर्देश जारी कर दिया है। साथ ही होम क्वारंटाइन के नियमों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी है। मामला 12 जून का है, जब प्रधानाध्यापक शिक्षिका ब्लॉक पर मानव संपदा पोर्टल पर अपना ब्यौरा देनें आई थीं। उस दिन ब्लॉक पर खंड शिक्षा अधिकारी की ओर से शिक्षक संकुल को लेकर बैठक भी बुलाई गई थी। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के मुताबिक इस बैठक में खंड शिक्षाधिकारी, 40 शिक्षक एवं बीआरसी के सात कर्मचारी भी उपस्थित रहे।इस बीच मानव संपदा पोर्टल पर विवरण भरने को लेकर कई शिक्षक भी ब्लॉक संसाधन केंद्र पहुंचे थे। जिलाध्यक्ष भक्तराज त्रिपाठी ने कहा कि सरकार के निर्देशों उल्लंघन कर एक साथ 50 लोगों की बैठक कराई गई। उसी दौरान 30 शिक्षक भी मानव संपदा पोर्टल को लेकर केंद्र पर पहुंचे थे। इन्हीं शिक्षकों में एक शिक्षिका भी थी।
प्राथमिक शिक्षक संघ और बीईओ आमने सामने
खंड शिक्षाधिकारी के मुताबिक महिला प्रधानाध्यापक प्रभा 12 जून को नहीं बल्कि दस जून को ब्लॉक संसाधन केंद्र आयी थी। जबकि उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के मुताबिक महिला शिक्षिका 12 जून को ब्लॉक संसाधन केंद्र पर आयी थीं। दोनों के ही अपने अपने दावे हैं। मगर एहतियात के तौर पर शिक्षकों और कर्मचारियों को क्वारंटाइन कर दिया गया है।बीएसए बीएन सिंह ने कहा कि प्रधानाध्यापिका की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलने की सूचना के तुरंत बाद ही बीआरसी की 26 जून को बंद कर दिया गया है। वहीं बीईओ समेत 40 शिक्षकों और कर्मचारियों को होम क्वारंटाइन का निर्देश दिया गया है।