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गोरखपुर : देश में 98वें और प्रदेश में दूसरे नंबर का बना गोरखपुर विवि, देश के 150 शिक्षण संस्थानों का किया गया सर्वे

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गोरखपुर : देश में 98वें और प्रदेश में दूसरे नंबर का बना गोरखपुर विवि, देश के 150 शिक्षण संस्थानों का किया गया सर्वे

अमर उजाला ब्यूरो, गोरखपुर। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि देश के 100 बेहतरीन विवि में शामिल हुआ है। एजुकेशन वर्ल्ड पत्रिका की ओर से सर्वे में इसे शामिल किया गया है। प्रदेश का दूसरा राज्य स्तरीय विवि है, जिसने 100 बेहतरीन विवि में अपनी जगह बनाई है।कर्नाटक के बंगलुरु से प्रकाशित होने वाली पत्रिका के मई अंक में देश के टॉप 150 शिक्षण संस्थानों की सूची जारी की गई है। इसमें गोरखपुर विवि भी शामिल है।विश्वविद्यालयों की कैटेगरी में गोरखपुर विवि ने अंतिम 100 में जगह बनाते हुए राष्ट्रीय स्तर पर 98वीं रैंक हासिल की है। इतना ही नहीं सूबे में विवि ने दूसरा स्थान हासिल किया है। पत्रिका ने प्रदेश स्तर पर भी शिक्षा संस्थानों की ग्रेडिंग की है। इस ग्रेडिंग में विवि ने टॉप टेन में जगह बनाते हुए ओवरऑल रैंकिंग में 9वां स्थान हासिल किया है। पहले नौ में से सात संस्थान चिकित्सा-शिक्षा और केंद्रीय विवि हैं। राज्य स्तरीय विश्वविद्यालयों की श्रेणी में इसे दूसरा स्थान मिला है। इससे बेहतर प्रदर्शन लखनऊ विवि का रहा है।

1300 अंकों पर हुआ फैसला

पत्रिका के सर्वेयर ने संपादकीय में बताया कि शिक्षा संस्थानों की ग्रेडिंग 1300 अंकों में मिले प्राप्तांकों के आधार पर की गई है। इसके लिए देश के चार हजार से अधिक शिक्षकों से इनपुट लिए गए हैं। इसके बाद मिले फीडबैक के आधार पर ग्रेडिंग की गई है। पत्रिका ने गोरखपुर विवि को 748 अंक दिए है। जबकि लखनऊ विवि को 849 अंक मिले हैं।

नैक मूल्यांकन में मिलेगा लाभ

कुलपति प्रो वीके सिंह ने बताया कि विवि के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। इससे साबित हो रह है कि विवि के शिक्षण स्तर में सुधार हुआ है। उसे मान्यता भी मिल रही है। नैक मूल्यांकन विवि में बीते 15 साल से नहीं हुआ था। अब नैक मूल्यांकन भी जल्द शुरू होगा। इसके बाद से ग्रेडिंग और बेहतर होगी।

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