विशेष संवाददाता--राज्य मुख्यालय सरकारी व सहायता प्राप्त स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को किताबें घर पहुंचाई जाएंगी। जिन जिलों में किताबें पहुंच जाएंगी उन्हें 10 दिन के अंदर अभिभावकों को किताबें सौंपनी होंगी। बेसिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा है कि जिला स्तर पर जनपद स्तरीय समिति को 3 दिन में जिलों में पहुंची पाठ्यपुस्तकों का सत्यापन करेंगे। बेसिक शिक्षा अधिकारियों को सत्यापन के बाद 3 दिनों के भीतर इन्हें ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर पहुंचाना होगा और इसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारियों को 2 दिनों के भीतर स्कूलों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है। स्कूल प्रधानाध्यापकों को अभिभावकों को 3-3 के समूह में स्कूल बुलाकर बच्चे की पाठ्य पुस्तकें सौंपनी होंगी। सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा एक समय में 3 से ज्यादा अभिभावक नहीं बुलाए जाएंगे। निर्देश के मुताबिक जिलों में किताबें पहुंचने के बाद 10 दिनों के अंदर बंटवानी होंगी।नया सत्र अप्रैल से शुरू हो चुका है लेकिन लॉकडाउन के कारण ई पाठशाला, व्हाट्सएप कक्षाएं, विभिन्न एप, दूरदर्शन व आकाशवाणी के माध्यम से कक्षाएं चलाई जा रही हैं। बच्चों के पास किताबें नहीं है लिहाजा उन्हें दिक्कत भी हो रही है। प्रदेश के सरकारी व सहायताप्राप्त स्कूलों में 1.80 करोड़ बच्चे पढ़ते हैं।
BASIC SHIKSHA, SCHOOL : यूपी में मॉडर्न होंगे प्रदेश के प्राइमरी स्कूल,
प्राइवेट स्कूलों जैसे होंगे क्लास, बच्चों को मिल सकेंगी आलमारियां
-
BASIC SHIKSHA, SCHOOL : यूपी में मॉडर्न होंगे प्रदेश के प्राइमरी स्कूल,
प्राइवेट स्कूलों जैसे होंगे क्लास, बच्चों को मिल सकेंगी आलमारियां
*यूपी के प्राइमरी ...