लखनऊ : शिक्षकों को वेतन न देने वाले संस्थानों की मान्यता होगी रद्द
लखनऊ। कार्यालय संवाददाता कोरोना संक्रमण के चलते चार महीने से बंद तकनीकी संस्थानों ने अब अपने यहां तैनात शिक्षकों का देना बंद कर दिया है। हालांकि कुछ संस्थान शिक्षकों को तीस प्रतिशत तक वेतन काट कर दे रहे है। इसे लेकर बड़ी संख्या में शिक्षकों ने एकेटीयू के ग्रीवांस सेल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। इसके बाद एकेटीयू कुलसचिव नंदलाल की ओर से शिक्षकों को चेतावनी दी गई है कि वह शिक्षकों के वेतन का भुगतान तत्काल करें, नहीं तो उनकी मान्यता समाप्त कर दी जाएगी।कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉक डॉउन के बाद प्रदेश के तकनीकी संस्थानों ने एक महीने तो शिक्षकों का वेतन दिया लेकिन दूसरे महीने से प्रदेश के कई संस्थानों ने शिक्षकों का वेतन रोक दिया। वहीं, बड़े तकनीकी संस्थान अपने शिक्षकों को वेतन में कटौती करके दे रहे हैं। शिक्षकों ने ग्रीवांस सेल पर शिकायत दर्ज कराई है कि संस्थान उनसे नियमित ऑनलाइन कक्षाएं तो करवा रहा है लेकिन वेतन नहीं दे रहा है। बड़ी संख्या में शिक्षकों की शिकायत मिलने के बाद एकेटीयू प्रशासन ग्रीवांस सेल का गठन किया। इस पर रोजाना दर्जनों शिकायत मिल रही है। सोमवार को कुलसचिव नंदलाल ने संस्थानों को निर्देश दिए है कि वह जून माह का वेतन शिक्षकों को जारी करें। जो संस्थान शिक्षकों वेतन नहीं देगा उसकी मान्यता समाप्त कर दी जाएगी।