नोएडा : यूपी के स्कूलों में लागू हो सकता है दिल्ली का मॉडल, जानिए- कितने छात्र-छात्राएं आएंगे क्लास में
यूपी सरकार भी बच्चों को शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों को सुबह और शाम की शिफ्ट में संचालित कर सकती है
नोएडा [सुनाक्षी गुप्ता]। लॉकडाउन पांच शुरू होने के साथ ही जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार ने कई रियायतें दी हैं। वहीं अब प्रदेश सरकार की ओर से जुलाई में स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा रहा है, इस दिशा में कार्य भी शुरू हो गया है। जाहिर है, कोरोना के बाद अब स्कूल खुलेंगे तो उनकी रूपरेखा भी अलग ही होगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (Uttar Pradesh Secondary Education Council) अब स्कूलों को दिल्ली मॉडल पर संचालित करने पर विचार कर रहा है और जल्द ही इसे प्रभाव में भी लाया जाएगा।बता दें कि दिल्ली के स्कूलों में सुबह और शाम की शिफ्ट में स्कूल चलते हैं। जिसको देखते हुए अब प्रदेश सरकार भी बच्चों को शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों को सुबह और शाम की शिफ्ट में संचालित कर सकती है।
*50 फीसद होगी बच्चों उपस्थिति*
जिला विद्यालय निरीक्षक गौतमबुद्ध नगर डॉ. नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया कि स्कूलों के खुलने के बाद भी ऑनलाइन शिक्षा को जारी रखा जाएगा।इसके लिए सभी विद्यालय खुलने के साथ ही वहां वीडियो रिकॉर्डिंग लैब तैयार की जाएगी। फिलहाल इसका कोई लिखित आदेश नहीं है, लेकिन ऐसी स्थिति के लिए हर जिला अपनी ओर से तैयारी कर रहा है।वहीं बच्चों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए शारीरिक दूरी का पालन और सैनिटाइजेशन जरूरी है, इसलिए शुरुआत में 50 फीसद बच्चों के साथ ही पढ़ाई शुरू कराने पर भी विचार किया जा रहा है।गौरतलब है कि आधा मार्च बीतते-बीतते उत्तर प्रदेश में सभी स्कूलों को बंद करने का एलान कर दिया गया था। इसके चलते कई जगहों पर परीक्षाएं तक नहीं हो पाई, जिससे छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा के ही प्रमोट करके अगली कक्षा में भेज दिया गया। इसी के साथ अप्रैल महीने में ऑनलाइन क्लास भी शुरू कर दी गई थी, जो अब तक चल रही है।