लखनऊ : एलयू शिक्षकों के लिए आधार कार्ड और पैन कार्ड किया अनिवार्य
कानपुर और अवध विश्वविद्यालय से मांगी जा रही सूचनाएं
हिन्दुस्तान टीम,लखनऊ।लखनऊ विश्वविद्यालय ने स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों में पढ़ाने वाले हर शिक्षक के लिए पैन कार्ड और आधार कार्ड की जानकारी उपलब्ध कराना अनिवार्य कर दिया है।विश्वविद्यालय प्रशासन ने साफ किया है कि जब तक महाविद्यालयों से यह जानकारियां उपलब्ध नहीं कराए जाएंगी, उनके प्रकरण लम्बित रहेंगे।कस्तूरबा गांधी विद्यालय में सामने आए अनामिका प्रकरण के खुलासे के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह पहल की है।बता दें, उच्च शिक्षा उत्थान समिति प्रदेश की ओर से लखनऊ विश्वविद्यालय में भी अनामिका जैसे प्रकरण होने के दावे दिए गए हैं। इस संबंध में संगठन की ओर से 110 शिक्षकों के नामों की सूची विश्वविद्यालय को सौंपी गई।दावा है कि कागजों में यह शिक्षक लखनऊ विश्वविद्यालय के साथ ही कानपुर विश्वविद्यालय समेत कई अन्य विश्वविद्यालयों में भी पढ़ा रहे हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि सभी महाविद्यालयों से शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है। इसमें, पैन कार्ड और आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में अगल कोई शिक्षक दो जगहों पर पढ़ा भी रहा होगा तो उसकी जानकारी मिल जाएगी।
कानपुर और अवध विश्वविद्यालय से मांगा ब्योरा :
लखनऊ विश्वविद्यालय प्रदेश के अन्य राज्य विश्वविद्यालयों से भी ब्योरा मांग रहा है। कुलसचिव ने बताया कि कानपुर विश्वविद्यालय और अवध विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र लिख कर शिक्षकों के संबंध में जानकारी मांगी जा रही है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को पत्र जारी किया जा रहा है।
एक शिक्षक तीन-तीन विश्वविद्यालयों में
उच्च शिक्षा उत्थान समिति का दावा है कि एक शिक्षक के नाम पर कई विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध महाविद्यालयों में कागजों में पढ़ाई कराई जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष जेपी सिंह ने बताया कि 110 ऐसे शिक्षकों की सूची लखनऊ विश्वविद्यालय को सौंपी गई है। जो एलयू के सम्बद्ध कॉलेजों में पढ़ा रहे हैं, लेकिन उनकी डिग्री कानपुर और अवध यूनिवर्सिटी फैजाबाद के स्वावित्तपोषित कॉलेजों में भी लगी हुई है। इनमें से कुछ शिक्षक ऐसे भी है जिनकी डिग्री तीनों विश्वविद्यालय के स्वावित्तपोषित कॉलेजों में लगी हुई है, इसके अनुसार वे तीनों कॉलेजों में दीक्षा दे रहे हैं।