एक छत के नीचे 'प्राइमरी का मास्टर' से जुड़ी शिक्षा विभाग
की समस्त सूचनाएं एक साथ

"BSN" प्राइमरी का मास्टर । Primary Ka Master. Blogger द्वारा संचालित.

जनपदवार खबरें पढ़ें

जनपदवार खबरें महराजगंज लखनऊ इलाहाबाद प्रयागराज गोरखपुर उत्तर प्रदेश फतेहपुर सिद्धार्थनगर गोण्डा बदायूं कुशीनगर सीतापुर बलरामपुर संतकबीरनगर देवरिया बस्ती रायबरेली बाराबंकी फर्रुखाबाद वाराणसी हरदोई उन्नाव सुल्तानपुर पीलीभीत अमेठी अम्बेडकरनगर सोनभद्र बलिया हाथरस सहारनपुर बहराइच श्रावस्ती मुरादाबाद कानपुर अमरोहा जौनपुर लखीमपुर खीरी मथुरा फिरोजाबाद रामपुर गाजीपुर बिजनौर बागपत शाहजहांपुर बांदा प्रतापगढ़ मिर्जापुर जालौन चित्रकूट कासगंज ललितपुर मुजफ्फरनगर अयोध्या चंदौली गाजियाबाद हमीरपुर महोबा झांसी अलीगढ़ गौतमबुद्धनगर संभल हापुड़ पडरौना देवीपाटन फरीदाबाद बुलंदशहर

Search Your City

लखनऊ : जुलाई में स्कूल खोलने पर सहमति नहीं, शिक्षक जाएंगे स्कूल, लॉकडाउन के बाद स्कूल खोलने के लिए बन रही प्रदेश की अपनी नीति -सरकार ने गठित की कमेटी

0 comments
लखनऊ : जुलाई में स्कूल खोलने पर सहमति नहीं, शिक्षक जाएंगे स्कूल, लॉकडाउन के बाद स्कूल खोलने के लिए बन रही प्रदेश की अपनी नीति -सरकार ने गठित की कमेटी

विशेष संवाददाता-राज्य मुख्यालय स्कूल भले ही जुलाई में न खुले लेकिन शिक्षकों को स्कूल जाना होगा। ऑनलाइन पढ़ाई को और मजबूत करने और इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी बेहतर तरीके से की जाए। वहीं 90 फीसदी अभिभावक अपने बच्चों को जुलाई में स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के कारण हुए लॉकडाउन के बाद स्कूल खोलने के लिए तैयार की जा रही नीति के लिए ये सुझाव जिला विद्यालय निरीक्षकों व संयुक्त शिक्षा निदेशकों ने दिए है। स्कूल खोलने संबंधी नीति तय करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने विशेष सचिव आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में एक कमेटी बना दी है। इस कमेटी ने डीआईओएस और संयुक्त शिक्षा निदेशकों से सुझाव मांगे थे कि वे अभिभावकों से सुझाव एकत्रित करें। इस मुद्दे पर गुरुवार को सभी जिलों से राय ली गई तो सामने आया कि अभिभावक जुलाई में अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है। वहीं इस पर भी सब सहमत दिखे कि शिक्षकों को जुलाई से स्कूल बुलाया जाए और नए प्रवेश समेत अन्य काम वे स्कूल से ही करें। वहीं ये सुझाव भी आएं कि स्कूल के क्लासरूम से वे ऑनलाइन कक्षाएं लें ताकि बच्चे ब्लैकबोर्ड टीचिंग का अनुभव कर सकें। संयुक्त शिक्षा निदेशक कानपुर केके गुप्ता ने जुलाई में बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए अभिभावकों को राजी करने का सुझाव दिया तो जेडी बरेली प्रदीप सिंह ने ऑनलाइन शिक्षा की मॉनिटरिंग करने पर बल देते हुए कहा कि कई नोडल अफसर जिले में बनाए जाए और वे रोज रिपोर्ट तैयार करें। एक ऐसा ऐप विकसित करने पर चर्चा हुई जिससे ऑनलाइन कक्षाओं की मॉनिटरिंग हो और फिर जवाबदेही भी तय की जाए ताकि इसे शिक्षक व बच्चे वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर न ले।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

महत्वपूर्ण सूचना...


बेसिक शिक्षा परिषद के शासनादेश, सूचनाएँ, आदेश निर्देश तथा सभी समाचार एक साथ एक जगह...
सादर नमस्कार साथियों, सभी पाठकगण ध्यान दें इस ब्लॉग साईट पर मौजूद समस्त सामग्री Google Search, सोशल नेटवर्किंग साइट्स (व्हा्ट्सऐप, टेलीग्राम एवं फेसबुक) से भी लिया गया है। किसी भी खबर की पुष्टि के लिए आप स्वयं अपने मत का उपयोग करते हुए खबर की पुष्टि करें, उसकी पुरी जिम्मेदारी आपकी होगी। इस ब्लाग पर सम्बन्धित सामग्री की किसी भी ख़बर एवं जानकारी के तथ्य में किसी भी तरह की गड़बड़ी एवं समस्या पाए जाने पर ब्लाग एडमिन /लेखक कहीं से भी दोषी अथवा जिम्मेदार नहीं होंगे, सादर धन्यवाद।