प्रयागराज : फरार नकल माफिया समेत चार के खिलाफ जारी कराया जाएगा एनबीडब्ल्यू
विवेचना कर रही एसटीएफ तैैयारी में जुटी, कोर्ट में जल्द देगी अर्जी
चंद्रमा यादव समेत चार आरोपी अब तक नहीं आ सके हैं पकड़ में
प्रयागराज। 69 हजार शिक्षक भर्ती पास कराने वाले गिरोह के पकड़े जाने के बाद मामले की जांच में जुटी एसटीएफ फरार आरोपियों के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कराएगी। इसके लि ए जल्द ही कोर्ट में अर्जी दी जाएगी। उधर एसटीएफ ने सरगना व अन्य आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेने की भी तैयारी शुरू कर दी है। शिक्षक भर्ती गिरोह के 11 सदस्यों को पुलिस जेल भेज चुकी है। हालांकि दो नामजद आरोपी मायापति व धर्मेद्र उर्फ आलोक नहीं पकड़े जा सके। विवेचना के दौरान ही प्रतापगढ़ निवासी दुर्गेश सिंह का भी नाम गिरोह के सदस्य के तौर पर सामने आया जिसके बाद पुलिस उसकी भी तलाश में जुट गई। उधर विवेचना शुरू होते ही एसटीएफ ने नकल माफिया चंद्रमा यादव को भी मुकदमे में वांछित कर दिया।बता दें कि चंद्रमा धूमनगंज स्थित स्कूल का प्रबंधक है जो टीईटी में धांधली की कोशिश के दौरान जेल भेजा गया था। वर्तमान में वह जमानत पर जेल से बाहर है और शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के सरगना केएल पटेल ने पूछताछ में बताया था कि वह लगातार चंद्रमा के संपर्क में था। इसी आधार पर उसे मुकदमे में वांछित किया गया। एसटीएफ को विवेचना करते हफ्ते भर होने को हैं लेकिन अब तक गिरफ्तारी के मामले में वह एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी है। ऐसे में अब फरार चारों आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कराने की तैयारी है।सूत्रों की मानें तो टीम इसकी तैयारी में जुटी है। जल्द ही इसके लिए कोर्ट में अर्जी दी जाएगी। उधर आरोपियों को पुलिस कस्टडी रिमांड पर भी लेने की तैयारी है। जानकारों का कहना है कि रिमांड के दौरान पूछताछ में कई अहम खुलासे हो सकते हैं। दरअसल सोरांव पुलिस की जांच में अब तक यह बात स्पष्ट नहीं है कि पेपर लीक हुआ या नहीं। पूर्व एसएसपी समेत मामले की जांच में जुटे अफसर भी इस बाबत कुछ बोलने से इंकार करते रहे। उधर परीक्षा आयोजित करने वाली सं्स्था समेत अन्य अफसरों ने भी फिलहाल यह मानने से इंकार ही किया है कि पेपर लीक हुआ। ऐसे में एसटीएफ के सामने यह राज खोलना बड़ी चुनौती है।