प्रयागराज : शिक्षक भर्ती सॉल्व चिट संग पकड़ी गई दो अभ्यर्थियों की भी तलाश
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के पकड़े जाने के मामले की जांच में जुटी एसटीएफ को अहम जानकारी हाथ लगी है। पता चला है कि परीक्षा में नैनी व कर्नलगंज स्थित दो केंद्रों पर दो महिला अभ्यर्थी सॉल्व चिट के साथ पकड़े गए थे। यानी इनके पास आंसर की मिली थी। एसटीएफ अब इन मामलों की पड़ताल के साथ दोनों अभ्यर्थियों के बारे में भी जानकारी जुटाने में लग गई है। 69 हजार शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन पिछले साल छह जनवरी को किया गया था। शहर के तमाम स्कूलों को इस परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया था। एसटीएफ को पड़ताल में पता चला है कि परीक्षा के दौरान शहर व नैनी स्थित दो केंद्रों पर दो महिला अभ्यर्थी सॉल्व चिट के साथ पकड़ी गई थीं। एक मामला नैनी स्थित हेमवती नंदन बहुगुणा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय व दूसरा शहर के कटरा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का था। नैनी स्थित केंद्र में परीक्षा दे रही निर्मला सिंह के पास डी सिरीज की प्रश्रपुस्तिका की सॉल्व चिट मिली थी। जिसके बाद बस्ती निवासी इस अभ्यर्थी के खिलाफ स्कूल प्रबंधन की ओर से नैनी थाने में परीक्षा अधिनियम का मुकदमा दर्ज कराया गया था।उधर, कटरा स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज परीक्षा केंद्र में मिथिलेश कुमारी नाम की महिला अभ्यर्थी के पास भी सॉल्च चिट बरामद हुई थी। जिसके खिलाफ प्रधानाचार्य ज्योतसना सिंह की ओर से कर्नलगंज थाने में केस दर्ज कराया गया था। यह जानकारी मिलने के बाद एसटीएफ की एक टीम इन दोनों मुकदमों की भी पड़ताल में जुट गई है।साथ ही दोनों अभ्यर्थियों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पता लगाया जा रह है कि इन दोनों अभ्यर्थियों में से कोई नकल गिरोह सरगना केएल पटेल या उसके साथियों के संपर्क में तो नहीं था। सूत्रों के मुताबिक, इसका भी पता लगाया जाएगा कि अभ्यर्थियों के पास सॉल्व आंसर की कहां से आई।
कौशाम्बी में कई ठिकानों पर दबिश, नहीं मिला चंद्रमा
फरार नकल माफिया चंद्रमा यादव के छिपे होने की आशंका पर एसटीएफ ने कौशाम्बी में उसके कई ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह हाथ नहीं आया। एसटीएफ टीम उसके कई करीबियों के घर पहुंची और उनसे चंद्रमा के बारे में पूछताछ की लेकिन कोई खास जानकारी हासिल नहीं हो सकी। उधर भदोही निवाी मायापति व प्रतापगढ़ निवासी दुर्गेश समेत अन्य आरोपियों की तलाश भी लगातार आठवें दिन भी चलती रही लेकिन वह एसटीएफ को चकमा देने में कामयाब रहे।