मऊ : डीसीएसके पीजी कालेज में प्रवेश नीति को कोरोना का झटका
जागरण संवाददाता, मऊ : जनपद के सर्वाधिक छात्र संख्या वाले डीसीएसके पीजी कालेज में नये शैक्षिक सत्र में प्रवेश की तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर प्रवेश के लिए ली जाने वाली प्रवेश परीक्षा को इस बार कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के मद्देनजर न कराने का निर्णय लिया गया है। कालेज में प्रवेश परीक्षा की बजाय अब काउंसिलिग के माध्यम से प्रवेश देने की तैयारी की जा रही है। यूजी और पीजी के सभी पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा और शुल्क जमा करना होगा। आवेदन के लिए कालेज की वेबसाइट को 25 जुलाई से खोलने का निर्णय लिया गया है।नये शैक्षिक सत्र के लिए डीसीएसके पीजी कालेज में फिलहाल 2630 सीटों पर प्रवेश होना है। इसमें बीए में 1450, बीकाम में 320 तथा बीएससी में 350 सीटे हैं। वहीं, एमएससी गणित, जीव विज्ञान, जंतु विज्ञान, रसायन विज्ञान एवं भौतिक विज्ञान में से प्रत्येक में 20-20 सीटें हैं। जबकि, हिदी, उर्दू, अंग्रेजी, इतिहास, समाजशास्त्र, शिक्षा शास्त्र, भूगोल एवं मनोविज्ञान में कुल 410 सीटें हैं। लगभग एक दशक से डीसीएसके पीजी कालेज के सभी परंपरागत पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता था, लेकिन इस बार भीड़ न हो इसलिए कालेज प्रशासन की ओर से प्रवेश परीक्षा न कराने पर विचार किया गया है।
*टली परीक्षाओं के लिए विवि से कोई निर्देश नहीं*
कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन के कारण टाली गई बीए एवं एमए की परीक्षाओं के लिए पीयू प्रशासन की ओर से अभी कोई दिशा-निर्देश नहीं मिला है। डीसीएसके पीजी कालेज के प्राचार्य डा.एके मिश्र ने बताया कि 15 जुलाई तक विवि प्रशासन से गाइडलाइन जारी करने की बात कही गई थी, लेकिन इस संबंध में कोई सूचना अभी तक प्राप्त नहीं है।
25 जुलाई से प्रवेश की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। यदि उपलब्ध सीटों के सापेक्ष ज्यादा संख्या में आवेदन नहीं आए तो प्रवेश परीक्षा न कराकर काउंसिलिग के माध्यम से प्रवेश दिया जाएगा।
- डा.एके मिश्र, प्राचार्य, डीसीएसके कालेज, मऊ।