कानपुर देहात : प्रधानाध्यापक की रिपोर्ट पर टिका अनुदेशकों का भविष्य
कानपुर देहात: उच्च प्राथमिक विद्यालयों में संविदा पर कार्यरत अनुदेशकों का नवीनीकरण अब स्कूल के प्रधानाध्यापकों की रिपोर्ट पर टिका है। इनके सत्यापन के बाद ही नवीनीकरण हो पाता है। इस नियम का प्रधानाध्यापक गलत फायदा उठा रहे हैं। अनुदेशक अपना काम पूरा कराने के लिए उनके चक्कर लगाने को विवश हैं।
अनुदेशकों का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो जाता है। शिक्षा पूरा होने के एक माह पहले ही अनुदेशकों का नवीनीकरण हो जाना आवश्यक है। बेसिक शिक्षा महानिदेशक ने भी इसको लेकर बीएसए को आदेश जारी कर चुके हैं। इसके बाद भी अनुदेशकों का समय से नवीनीकरण नहीं किया गया। लॉकडाउन चल रहा है स्कूल बंद हैं। अनुदेशक प्रधानाध्यापक से नवीनीकरण आख्या लिखवाने के लिए प्रधानाध्यापकों की परिक्रमा कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने 100 से अधिक छात्र संख्या वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अनुदेशकों की संविदा पर एक वर्ष के लिए नियुक्ति की थी। जिन्हें हर माह सात हजार रुपये मानदेय दिया जा रहा है। जुलाई 2013 में अनुदेशकों का चयन किया गया था। वर्तमान में जिले में 225 अनुदेशक विभिन्न विद्यालयों में अपनी सेवा दे रहे हैं। परियोजना कार्यालय के निर्देश के एक माह बाद बीएसए सुनील दत्त ने समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे संबंधित प्रधानाध्यापकों से अनुदेशकों के नवीनीकरण के लिए दो दिन के अंदर रिपोर्ट लेकर कार्यालय में प्रस्तुत करें।