आगरा : आईटीआई में ऑनलाइन पढ़ाई में बेटियां हैं बेटों से अव्वल
हिन्दुस्तान टीम,आगरा कोरोना संक्रमण के कारण राजकीय आईटीआई बल्केश्वर में ई-लर्निंग पढ़ाई में छात्राओं का रुझान बढ़ रहा है। ऑनलाइन क्लास में जहां छात्रों की हाजिरी महज 13 फीसदी है, वहीं छात्राओं की हाजिरी का ग्राफ 25 प्रतिशत से अधिक है। हर ट्रेंड में लगभग यही हॉल है। छात्राओं की हाजिरी का ग्राफ यह तब है कि जब महज तीस फीसदी छात्राओं के पास ही स्मार्टफोन की सुविधा उपलब्ध है।कोरोना संक्रमण ने पढ़ाई के कई नए विकल्प लोगों के सामने खोल दिए हैं। राजकीय आईटीआई में ऑफलाइन पढ़ाई की तरह ऑनलाइन पढ़ाई में बेटियां बेटों से आगे निकल रही हैं। 13 अप्रैल से राजकीय आईटीआई में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कर दी गई थी। जूम एप के माध्यम से छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। इसमें ट्रेड के हिसाब से सभी छात्रों का ग्रुप बनाया गया है, जबकि छात्रों को थ्योरी के लिए व्हाट्सएप पर नोट्स भेजे जा रहे हैं। इस ऑनलाइन पढ़ाई में बेटियों ने जलवा बरकरार रखा है।आईटीआई ने डेढ़ महीने की पढ़ाई का जो ब्योरा तैयार कर निदेशालय भेजा है, उसकी रिपोर्ट को मानें तो करीब 38 फीसदी छात्र-छात्राएं ऑनलाइन वर्चुअल क्लास में रोजाना शामिल होते हैं। 62 फीसदी छात्रों में तीस फीसदी छात्रों के पास स्मार्ट फोन न होना वजह बताई गई है। अन्य 32 फीसदी छात्र अनुपस्थित रह रहे हैं। इसमें खास बात यह है कि हर ट्रेड में बेटियों की हाजिरी का ग्राफ बेटों से बहुत अधिक है। मशीनिस्ट, फिटर, टर्नर जैसी महत्वपूर्ण ट्रेडों में कुल हाजिरी 38 फीसदी बैठ रही है, उसमें 25 फीसदी बेटियां रोजाना ऑनलाइन क्लास में शामिल हो रही हैं।
वर्चुअल क्लास में बेटियों की हाजिरी सम्मानजनक है। जबकि कई के पास स्मार्टफोन नहीं हैं, जबकि कई नेट रिजार्च जैसी समस्या से जूझ रही हैं। इन बच्चों की हाजिरी ऑनलाइन पढ़ाई में फोटो और नाम के हिसाब से तय की जाती है। इसका रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है।आशीष दुबे, राजकीय आईटीआई प्रधानाचार्य