प्रयागराज : अंग्रेजी माध्यम स्कूल, चयन के बाद भी नहीं हुई शिक्षकों की नियुक्ति
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना परिषदीय अंग्रेजी माध्यम के स्कूूूलों में शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से सत्र 2019-20 में पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी। प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला चयन समिति की ओर से अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों के लिए शिक्षक चयन प्रक्रिया एक सितंबर तक पूरी कर लेने के बाद भी किसी शिक्षक को चयन के बाद नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया।चयनित शिक्षक जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का चक्कर लगाते रहे परंतु उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई। अंग्रेजी माध्यम के लिए चयनित परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए 20 मार्च 2019 को विज्ञापन जारी किया गया। परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों ने इसके लिए आगे बढ़कर आवेदन किया।विभाग की ओर से 16 मई 2019 को परीक्षा कराई गई, 26 जून से एक जुलाई तक इंटरव्यू कराया गया। इंटरव्यू के बाद 30 अगस्त से एक सितंबर तक नियुक्ति के लिए काउंसलिंग कराई गई। चयन और नियुक्ति संबंधी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी प्रयागराज जिले में अंग्रेजी माध्यम के लिए चयनित विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति नही की गई।शिक्षकों की काउंसलिंग पूरी करने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया। चयनित अभ्यर्थी जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय का चक्कर लगाते-लगाते थक गए परंतु नियुक्ति पत्र नहीं मिला।तत्कालीन सचिव बेसिक शिक्षा परिषद रूबी सिंह ने भी इस संबंध में बीएसए को नियुक्ति पत्र जारी करने का निर्देश दिया परंतु बीएसए कार्यालय पूरे सत्र नियुक्ति पत्र जारी नहीं कर सका।शिक्षकों की नियुक्ति नहीं होने से अंग्रेजी माध्यम के चयनित विद्यालयों में जो बच्चे पढ़ रहे हैं, वह अंग्रेजी शिक्षा से वंचित रह गए। अंग्रेजी माध्यम के स्कूल प्रदेश सरकार एवं स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल होने के बाद भी विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक ्ति नहीं हो सकी। इन विद्यालयों में पंजीकृत बच्चे पूरे वर्ष बिना शिक्षकों के स्कूल आते रहे।