प्रयागराज : यूपी शिक्षक भर्ती में वांछित स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव की हो रही तलाश, एसटीएफ कर रही छापेमारी
एसटीएफ ने रविवार दोपहर पहले प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर स्कूल कौशांबी के पिपरी महेवाघाट समेत कई अन्य संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी लेकिन वह मिला नहीं
प्रयागराज, जेएनएन। यूपी शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने रविवार को दूसरे दिन धूमनगंज से लेकर कौशांबी तक ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान फरार स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव तो नहीं मिला लेकिन उसके कुछ रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए उठाया गया। दबिश से चंद्रमा के करीबियों में खलबली मची रही। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में नामजद करते हुए वांछित घोषित किया गया है।
प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर और फिर स्कूल में छापा
एसटीएफ ने रविवार दोपहर पहले प्रीतम नगर में चंद्रमा के घर और फिर स्कूल में छापा मारा। वह नहीं मिला तो कौशांबी के पिपरी, महेवाघाट समेत कई अन्य संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई है। मगर वहां से भी उसके बारे में कुछ पता नहीं चला। तब एसटीएफ ने अलग-अलग गांव में रहने वाले कई रिश्तेदारों को उठा लिया। उनसे चंद्रमा यादव के बारे में पूछताछ की गई, जिनसे कुछ जानकारी मिली है। एसटीएफ का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपितों को दबोच लिया जाएगा। शनिवार को भी भदोही, धूमनगंज और सोरांव सहित कई स्थानों पर छापेमारी करते हुए एटीएफ ने पांच संदिग्ध युवकों को पूछताछ के लिए उठाया था।
चंद्रमा पर आरोप है कि वह अपने स्कूल में पेपर आउट करवाता था
प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा मामले में नामजद करते हुए वांछित घोषित किया गया है। चंद्रमा पर आरोप है कि वह अपने स्कूल में परीक्षा के दौरान पेपर आउट करवाता था। एक पेपर के लिए वह चार लाख रुपये लेता था। फर्जीवाड़ा करने वाला सरगना डॉ. केएल पटेल और उसके करीबी ललित त्रिपाठी ने पुलिस को दिए गए बयान में यह बात कही थी। इसी आधार पर सोरांव पुलिस ने उसे मुकदमे में नामजद किया है। अब इसकी जांच एसटीएफ कर रही है।