लखनऊ : मिशन टॉपर से शिक्षकों और शिक्षाधिकारियों की परीक्षा, यूपी बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट से तय होगी शिक्षकों और शिक्षाधिकारियों की मार्किंग
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के यूपी बोर्ड से संचालित स्कूलों के शिक्षकों के साथ ही शिक्षा विभाग के अधिकारियों की परीक्षा अगले हफ्ते आने वाले रिजल्ट से होगी। यहां से मिशन टॉपर के लिए चयनित बच्चे ही शिक्षकों और शिक्षाधिकारियों की मार्किंग तय करेंगे। क्योंकि परीक्षा पूर्व शिक्षकों और शिक्षाधिकारियों ने सूबे में सबसे अधिक टॉपर लखनऊ से ही देने का संकल्प लिया था। उनकी मेहनत किस ओर करवट लेगी।
2019 में यूपी बोर्ड में राजधानी से हुए थे दो टॉपर
इंटर में राज्य में छठे स्थान पर रहीं अंकिता कुमारी, लखनऊ पब्लिक इंटर कॉलेज राजाजीपुरम ब्रांच।
इंटर में राज्य में नवें स्थान पर रहें अतिथि कुमार, लखनऊ पब्लिक इंटर कॉलेज, राजाजीपुरम ब्रांच।
मिशन टॉपर में राज्य और जनपद स्तर के टॉपर्स का होता है चयन
डीआइओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया मिशन टॉपर के लिए प्रत्येक बोर्ड के राज्य और जनपद स्तर पर 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों चयन होता है। राज्य स्तर के टॉपर्स को मुख्यमंत्री द्वारा एक लाख रुपये, सर्टीफिकेट, मेडल और टेबलेट दिया जाता है। वहीं, जनपद स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को 21 हजार रुपये, सर्टीफिकेट, मेडल और टेबलेट दिया जाता है। इसके अलावा राज्य स्तर के टॉपर्स का उनके आवास के पास एक लिंक रोड उनके नाम से बनाई जाती है। जिसका निर्माण पीडब्ल्यूडी विभाग कराता है। डीआइओएस ने बताया कि अगले हफ्ते यूपी बोर्ड का रिजल्ट आ रहा है। इसके बाद सीबीएसई और आइसीएसई बोर्ड का भी रिजल्ट आना है। तीनों मिलाकर लखनऊ से इस बार सबसे अधिक टॉपर्स होने की आशंका है।