बुलन्दशहर : जिले के सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई चल रही।
Published By: Newswrap | हिन्दुस्तान टीम,बुलंदशहर
जिले के सभी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई चल रही है। बच्चों को होमवर्क दिया जा रहा है। इसके अलावा ऑनलाइन यूनिट टेस्ट भी स्कूल करा रहे हैं। सुबह से लेकर दोपहर तक बच्चे मोबाईल और लैपटॉप पर पढ़ाई करते हैं। ऑनलाइन पढ़ाई अब अभिभावकों और बच्चों पर काफी बोझ बन गई है। स्कूलों से बच्चों को काफी ज्यादा होमवर्क दिया गया है। ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चे अब बचने लगे है। आंखों और कमर में दर्द की समस्या बच्चों के सामने आने लगी है। मंगलवार को हिन्दुस्तान ने अभिभावकों की इस समस्या को लेकर चर्चा की। अभिभावक ऑनलाइन पढ़ाई से अब छुटकारा चाहते हैं। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर वह काफी चिंतित हैं।-----क्या बोले अभिभावकफ़ोटो नाम से हैंऑनलाइन पढ़ाई से बच्चों के दिमाग पर असर पड़ रहा है। समर वेकेशन शुरू हो गया है, तो स्कूलों से बच्चों को काफी ज्यादा होमवर्क दे दिया है। बच्चों का आधा समय, लैपटॉप पर निकल जाता है। बच्चों पर लिखना ठीक से आता नहीं है,और ऑनलाइन होमवर्क का ढेर लगा दिया है।-रश्मि, डीएम रोड------बच्चों को स्कूलों से इतना होमवर्क मिला है कि वह तनाव में रहते हैं। बच्चों का अधिकांश समय लैपटॉप और मोबाइल पर बीत जाता है। बच्चे अब कमर और आंखो में दर्द की समस्या बताने लगे हैं। -रूपाली त्रिवेदी, डीएम रोड-----बच्चों के सामने ऑनलाइन टीचिंग की समस्या है। जिन बच्चों पर पेंसिल पकड़नी और किताबें ठीक से पढ़ने नहीं आती हैं उन्हें ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़ा गया है। छोटे बच्चे इस तरह कैसे पढ़ाई कर पाएंगे यह उनके सामने समस्या।-अनुजा कौशिक, पुलिस लाइन रोड -----स्कूलों ने बदले पढ़ाई के सिस्टमफ़ोटो नाम से हैं----ऑनलाइन पढ़ाई में बच्चा को कोर्स पूरा कराने के साथ अन्य ज्ञान भी दिया जा रहा है। लॉकडाउन के कारण ऑनलाइन पढ़ाई ही बच्चों के लिए सहारा बनी है। शिक्षक पूरी मेहनत से पढ़ा रहे हैं। -प्रशांत गर्ग, चेयरमैन संतोष इंटरनेशनल स्कूल----लॉकडाउन में बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से अभिभावक जोड़ें। स्कूलों के सामने पढ़ाई को लेकर समस्या है, यदि पढ़ाई नहीं होगी तो बच्चों का नुकसान होगा। स्कूलों को अभिभावकों के सहयोग की जरूरत है।- वासिक आजाद, चेयरमैन आजाद स्कूल।----ऑनलाइन शिक्षा पद्धति से बच्चों को इसलिए जोड़ा गया है कि वह आगे चलकर तकनीकी शिक्षा से जुड़े। हमारे स्कूल से बच्चों को कम होमवर्क दिया जाता है। जिससे वह दबाव में ना आए और आसानी से आगे की पढ़ाई कर सकें।
-सौरभ पचौरी, निदेशक सेंट आरजे स्कूल-------