अलीगढ़ : एक और 'अनामिका' बनी बबली यादव गिरफ्तार
अलीगढ़ के बिजौली ब्लॉक के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला नाम से टीचर की फर्जी नौकरी कर रही बबली यादव को रविवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया। बबली कानपुर देहात के रसूलाबाद इलाके की रहने वाली है।
महिला ने मैनपुरी के अपने रिश्तेदारों पर फर्जीवाड़ा कर नौकरी के रैकेट चलाने का आरोप लगाया है। महिला के अनुसार मैनपुरी के लोगों ने उससे तीन लाख रुपये लेकर नौकरी लगवाई थी। उन्होंने ही उसके फर्जी दस्तावेज तैयार कराने से लेकर बैंक में खाता खुलवाने तक का काम कराया था।
उसने बताया कि उसकी परिचित दो अन्य महिला भी अनामिका शुक्ला नाम से प्रयागराज जिले के सोरांव ब्लॉक और मैनपुरी के बेवर ब्लॉक में नौकरी कर रही हैं। उन्हें भी उक्त गैंग ने ही भर्ती कराया था।
एसपी देहात ने बताया कि जिस गैंग के नाम सामने आए हैं उन्हें और जांच में जो भी नाम सामने आएंगे, उन सभी को गिरफ्तार किया जाएगा। महिला को सोमवार को रिमांड पर लिया जाएगा, जिसके बाद आगे पूछताछ की जाएगी।
बबली रसूलाबाद की सेंट्रल बैंक में खाता खुलवा कर अनामिका शुक्ला के नाम से वेतन ले रही थी। अलीगढ़ पुलिस ने 11 जून को रसूलाबाद की सेंट्रल बैंक जाकर छानबीन की थी। अलीगढ़ से आए दरोगा शहवीर सिंह ने बताया कि रसूलाबाद के चंदनपुरवा निवासी राहुल उर्फ हरिओम की पत्नी बबली का फोटो बैंक खाता में लगा मिला।
खाते में लगे कागजात बैंक से लेकर दरोगा ने चंदनपुरवा गांव में मशक्कत कर ग्रामीणों से उसकी पहचान कराई थी। इधर पुलिस के आने से पहले ही बबली परिवार समेत फरार हो गई थी। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार संभावित ठिकानों दबिश दे रही थी।
बबली भी पुलिस को चकमा देने में कामयाब हो रही थी। वहीं चर्चा रही कि अलीगढ़ पुलिस ने अनामिका उर्फ बबली को कन्नौज से गिरफ्तार किया है और उसे लेकर अलीगढ़ चली गई। दरोगा शहवीर सिंह ने बताया कि बबली को गिरफ्तार कर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के सदस्यों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। पूरे घटनाक्रम का खुलासा अलीगढ़ में ही किया गया है।