देवरिया : कस्तूरबा विद्यालयों में नियुक्ति का रेकॉर्ड ही गायब, विभाग के पास सिर्फ मेरिट लिस्ट, पूर्व कर्मचारियों पर फोड़ा जा रहा ठीकरा
करतूरबा विद्यालयों में हुई नियुक्तियों के रेकॉर्ड गायब हैं। सिर्फ शिक्षकों-कर्मचारियों की मेरिट लिस्ट ही मौजूद है। -प्रकाश नारायण श्रीवास्तव, बीएसए
देवरिया । एक नाम पर प्रदेश के कई कस्तूरबा विद्यालयों में नौकरी के मामले में तमाम जिलों में जांच के डर से हड़कंप मचा है। इस बीच देवरिया जिले में तो कस्तूरबा आवासीय विद्यालयों में हुई नियुक्तियों के सारे रेकॉर्ड ही गायब हो गए हैं। बीएसए दफ्तर में शिक्षकों व कर्मचारियों के रेकॉर्ड के नाम पर सिर्फ मेरिट लिस्ट भर मौजूद है। रेकॉर्ड संभालने की जिम्मेदारी जिन कर्मचारियों पर है, अब वे पूर्व में तैनात रहे कर्मचारियों के सिर ठीकरा फोड़ने में जुट गए हैं। मामला सामने आने के बाद बीएसए ने जांच की बात कही है।
देवरिया में 13 कस्तूरबा आवासीय विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में कक्षा एक से आठवीं तक गरीब बच्चों की मुफ्त पढ़ाई होती है। यहां वॉर्डन के 13 पदों के सापेक्ष 11, पूर्णकालिक शिक्षक के 52 पदों के सापेक्ष 45 और अंशकालिक शिक्षक के 39 पदों के सापेक्ष 32 तैनातियां हैं। इसके अलावा 13 अकाउंटेंट, 39 रसोइये, और 13-13 चपरासी और चौकीदारों की नियुक्ति है। हैरत की बात यह है कि इन कर्मचारियों की नियुक्ति का कोई रेकॉर्ड जिला बेसिक शिक्षा विभाग के पास नहीं है। इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब फरवरी में सलेमपुर क्षेत्र के एक कस्तूरबा विद्यालय में वॉर्डन की नियुक्ति से संबंधित शिकायत एसटीएफ से की गई थी।
एसटीएफ को भी नहीं मिली थी पूरी पत्रावली: फरवरी में नियुक्ति को लेकर हुई शिकायत के बाद एडी बेसिक ऑफिस ने कस्तूरबा विद्यालयों में नियुक्ति का ब्योरा मांगा गया था, लेकिन रेकॉर्ड नहीं मिला। वहीं, एसटीएफ को भी पूरे कागजात नहीं मिल पाए थे।