लखनऊ। मार्च मध्य से स्कूल बंद हैं। बच्चों की पढ़ाई का नुकसान तो हो ही रहा है, वहीं निजी स्कूलों को अभिभावकों से फीस जमा कराने में भी दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में शासन से जुलाई के अंत से स्कूल खोलने का आग्रह किया है। कोरोना को देखते हुए इन्होंने सुरक्षा इंतजामों का भी प्रस्ताव शासन को भेजा है। कक्षाओं में छात्रों के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे, इसके लिए एक टेबल, एक छात्र का नियम लागू होगा।
अनऐडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने स्कूल खोलने पर कैसे कक्षाएं चलाई जाएंगी, क्या नियम लागू होंगे, इसे लेकर भी उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को प्रस्ताव भेजा है। संगठन अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बताया कि स्कूलों में एक टेबल, एक छात्र नियम लागू होगा। यह नियम वहां लागू हो सकता है, जहां टेबल छोटी हैं। टेबल पांच फीट लंबी है तो दो छात्र किनारे पर बैठ सकते हैं।
जिन स्कूलों में सेक्शन ज्यादा है वे 4-4 घंटे की शिफ्ट में खोले जाएं। कक्षाओं को दो भागों में बांट लिया जाए और दोनों को अलग-अलग दिन बुलाया जाए। इस तरह से एक बार में 25 से ज्यादा छात्र नहीं होंगे। स्कूल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से पढ़ाई कराए। जिस दिन बच्चे न आएं, उन्हें ऑनलाइन पढ़ाया जाए। स्कूलों को समय-समय पर सैनिटाइज करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रों को मास्क और सैनिटाइजर के साथ आना होगा।
शिक्षक व सभी स्टाफ को भी मास्क पहनना होगा। स्कूल में प्रवेश से पहले सभी की स्क्रीनिंग होगी। विभाग को शासन के निर्देश का इंतजार निजी स्कूलों ने जुलाई के अंत में स्कूल खोलने का प्रस्ताव भेजा है, वहीं विभाग को शासन की निर्देशों का इंतजार है।
डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि जैसे ही निर्देश जारी होंगे, नियमों का पालन करते हुए स्कूल खोले जाएंगे। बीएसए दिनेश कुमार ने भी बताया कि स्कूल खोलने को लेकर अभी निर्देश नहीं आए हैं। इस बीच सरकारी स्कूल तैयारी में जुटे हैं। अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य साहेब लाल मिश्रा ने बताया कि टेबल के ऊपर लाल निशान लगा दिया गया है। छात्र इसके सामने ही बैठेंगे। कॉलेज को सैनिटाइज भी करवाया जा रहा है।