जौनपुर : दूसरे की मार्कशीट पर नौकरी करने वाली प्रीती यादव के मामले में जौनपुर पहुंची एसटीएफ, एक को उठाया
जौनपुर, जेएनएन। अंकपत्र में फर्जीवाड़ा कर मैनपुरी की प्रीती यादव के नाम पर जौनपुर के सिकरारा निवासी प्रीती यादव के अंकपत्र, आधार नंबर आदि में फर्जीवाड़ा कर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय जौनपुर व आजमगढ़ में नौकरी करने का मामला सामने आया है। इसमें जांच के बाद कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया।जौनपुर बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय के लिपिक आनंद को एसटीएफ ने हिरासत में लिया है। जिससे किसी गोपनीय स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। यह कार्रवाई एसटीएफ ने बाबू के घर से की है। हालांकि अभी इस मामले में कोई बोलने को तैयार नहीं है।जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि प्रीती यादव पत्नी जनार्दन सिंह निवासी सैदपुर गुलरियापुर पोस्ट रामनगर तहसील व थाना किशनी, जनपद मैनपुरी द्वारा तथ्य गोपन कर कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मुफ्तीगंज में पूर्णकालिक शिक्षक व पवई आजमगढ़ में वार्डेन की नियुक्ति प्राप्त की है। खंड शिक्षा अधिकारी सिकरारा से अभिलेखों की जांच कराई गई तो हाईस्कूल, इंटरमीडिएट के अंकपत्र, प्रमाण पत्र श्रीमती प्रीती यादव पुत्री लाल बहादुर यादव निवासी शाहपुर, सिकरारा जौनपुर का निकला। असली प्रीती का आधार नंबर भी दूसरा है। इस मामले को लेकर जांच होगी तो सही स्थिति सामने होगी।
असली प्रीति यादव का परिवार सामने आया
शाहपुर गांव निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर ने कहा कि उनकी पुत्री प्रीति यादव ने स्नातक की शिक्षा ग्रहण की है। उसने वर्ष 2017 में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में शिक्षक पद के लिए आवेदन किया था लेकिन उम्र नौ दिन कम होने के कारण काउंसिलिंग में भाग ही नहीं ले पाई थी। उसके नाम, वल्दियत और अंकपत्र नंबर, रोल नंबर, उत्तीर्ण वर्ष, आधार नंबर का गलत तरीके से प्रयोग कर कोई और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में नौकरी कर रही है। यह जानकारी दैनिक जागरण के माध्यम से मिली। उसके प्रमाण पत्र का किस प्रकार दुरुपयोग हुआ यह भी समझ परे है।