प्रयागराज : इलाहाबाद विवि में अगस्त तक हालात नहीं सुधरे तो बिना परीक्षा होंगे पास, लेकिन इन कक्षाओं के छात्रों को नहीं मिलेगा फायदा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज कोविड-19 के कारण उत्पन्न हुए विपरीत हालात में अगस्त तक सुधार नहीं हुआ तो इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के स्नातक तृतीय वर्ष और परास्नातक अंतिम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा उत्तीर्ण घोषित कर दिया जाएगा। अगर स्थिति ठीक रही तो 17 अगस्त से स्नातक तृतीय वर्ष एवं परास्नातक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।यह निर्णय सोमवार को कुलपति प्रो. आरआर तिवारी की अध्यक्षता में हुई इविवि परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया। इससे पहले भी इविवि की परीक्षा समिति ने बैठक कर निर्णय लिया था कि एक जुलाई से वार्षिक एवं 15 जुलाई से सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी लेकिन कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इविवि प्रशासन ने प्रस्तावित कार्यक्रम स्थगित कर दिया और इस पर निर्णय लेने के लिए सोमवार को परीक्षा समिति की बैठक दोबारा आयोजित की गई।
संभव हुआ तो सात अगस्त से हॉस्टल लौटेंगे छात्र
इविवि के परीक्षा नियंत्रक प्रो. रामेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि अगर अगस्त के पहले सप्ताह तक हॉस्टल में छात्र-छात्राओं के आने की संभावना बनती है तो उन्हें सात अगस्त से हॉस्टल में रहने की अनुमति प्रदान की जाएगी और 17 अगस्त से परीक्षा शुरू कराई जा सकेगी। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते शनिवार एवं रविवार के साप्ताहिक अवकाश में भी परीक्षा होगी और केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
तीन पालियों में दो-दो घंटे की होगी परीक्षा
परीक्षा तीन सत्रों में दो-दो घंटे की अवधि की होगी और छात्रों को किन्हीं चार सवालों का जवाब देने होंगा। पहले तीन-तीन घंटों की दो पालियों में परीक्षा होती थी और पांच सवालों के जवाब देने होते थे। पहले चरण में स्नातक/परास्नातक अंतिम वर्ष एवं अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं होंगी। अगले चरण में बाकी छात्र-छात्राओं की संख्या के हिसाब से परीक्षा कार्यक्रम निर्धारित किया जाएगा। प्रैक्टिकल की जगह एसाइनमेंट और वाइवा कराया जाएगा। वाइवा कांफ्रेंसिंग मोड में भी कराया जा सकता है। सभी स्थानों पर सैनिटाइजेशन भी कराया जाएगा।
छात्रों को मिलेगा नंबर इंप्रूवमेंट का मौका
परीक्षा ने हो पाने की स्थिति में स्नातक अंतिम वर्ष के छात्रों के अंकों का औसत प्र्रथम एवं द्वितीय वर्ष में मिले अंकों के आधार पर निर्धारित होगा। जो छात्र नंबर इंपू्रवमेंट चाहते हैं, उन्हें द्वितीय परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा। इसमें सभी विषयों के अभ्यर्थी शामिल हो सकेंगे। हालांकि द्वितीय परीक्षा प्रदेश या केंद्र सरकार की अनुमति से ही कराई जाएगी।
अन्य सेमेस्टरों में मिले अंकों के आधार पर होंगे पास
अगस्त तक हालात नहीं सुधते तो अंतिम सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं को भी वर्तमान सेमेस्टर में मिले अंकों के औसत और पिछले सभी सेमेस्टरों में मिले अंकों के औसत के आधार पर उत्तीर्ण घोषित कर दिया जाएगा। जहां आंतरिक मूल्यांकन नहीं हुआ है, वहां छात्रों को एसाइनमेंट देकर उनके अंक निर्धारित किए जाएंगे।
स्नातक प्रथम, द्वितीय वर्ष के छात्रों को प्रमोशन नहीं
स्नातक (बीए, बीएस, बीकॉम) प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा में सीधे प्रमोट नहीं किया जाएगा। उन्हें परीक्षा देनी होगी, जो जाड़े की छुट्टियों में आयोजित की जाएगी। हालांकि परीक्षा से पहले प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राएं द्वितीय वर्ष और द्वितीय वर्ष वालों को तृतीय वर्ष की कक्षा में पढ़ने का मौका मिलेगा। इससे एकेडमिक कैलेंडर भी प्रभावित नहीं होगा। जिन पाठ्यक्रमों में प्रैक्टिकल होते हैं, वहां एसाइनमेंट और वाइवा के आधार पर अंक दिए जाएंगे। वाइवा कांफ्रेंसिंग मोड में भी कराया सकता है।
ऑफलाइन कक्षाओं की अनुमति मिलने तक ऑनलाइन पढ़ाई
परीक्षा समिति की बैठक में यह भी तय हुआ कि जब तक सरकार से ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन की अनुमति नहीं मिलती है, तब तक भविष्य में सभी पाठ्यक्रमों की ऑनलाइन पढ़ाई कराई जाएगी।