लखनऊ : एसटीएफ को दी जा सकती है शिक्षिका के फजीर्वाड़े की तफ्तीश, शिक्षिका के फर्जीवाड़े से वेस्ट यूपी में खलबली
शिक्षिका के फर्जीवाडे का खुलासा होने के बाद वेस्ट यूपी में खलबली मची हुई है। एक साथ सूबे के सहारनपुर समेत 25 जिलों में एक नाम की शिक्षिका के कथित तौर पर तैनाती के मामले की जांच अब एसटीएफ को सौंपी जा सकती है। इस पूरे खेल में शिक्षिका के साथ कौन-कौन शामिल हैं, इसकी पूरी पड़ताल की जाएगी। उधर, सहारनपुर पुलिस ने भी अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है।
सहारनपुर पुलिस भी जल्द ही गिरफ्तार हुई शिक्षिका के बयान दर्ज करेगी। अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका के फजीर्वाड़े की परत-दर-परत खुलतीं जा रही हैं। पता चला है कि पूर्व से लेकर पश्चमी यूपी तक करीब 25 जिलों में अराधना शुक्ला के नाम से नौकरी की गई। बाकायदा एक नाम से वेतन भी निकाला जा जाता रहा। जिसका खुलासा होने के बाद खलबली मच गई है। महिला के साथ इस खेल में शामिल अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।
माना जा रहा है कि इस गेम में कई लोग शामिल हो सकते हैं। जिसमें विभागीय कर्मचारी और अधिकारी भी संदेह के घेरे में हैं। उधर संकेत मिल रहे हैं कि मामला सूबे के दो दर्जन से अधिक जिलों में फजीवाडे का है, इसलिए इस मामले की तफ्तीश एसटीएफ को सौंपी जा सकती है। हालांकि रविवार को आगरा एसटीएफ की टीम कासगंज पहुंची। वहां पर टीम ने शिक्षिका से पूछताछ की।
सूत्रों ने संभावना व्यक्त की है कि जल्द ही तफ्तीश एसटीएफ को जा सकती है।उधर अनामिका शुक्ला के खिलाफ थाना जनकपुरी में कायम मुकदमे में सहारनपुर की पुलिस ने भी तफ्तीश शुरू कर दी है। सहारनपुर में नौकरी करने वाली अनामिका शुक्ला कासगंज वाली ही हैं या फिर अन्य कोई। पुलिस इसकी तलाश में करने में जुट गई है। इसके लिए पुलिस ने शिक्षा विभाग से दस्तावेज भी मांगे हैं। साथ ही गिरफ्तार हुई महिला से भी पूछताछ करने की तैयारी है। जल्द ही पुलिस की एक टीम गिरफ्तार कथित शिक्षिका के बयान दर्ज कराने के लिए कासगंज जाएगी।
थाना जनकपुरी में अनामिका शुक्ला नाम की शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसके बाद तफ्तीश शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग से मामले से जुड़े दस्तावेज मांगे गये हैं। जल्द ही कासगंज में जाकर गिरफ्तार शिक्षिका के बयान भी दर्ज किये जाएंगे -मुकेश मिश्र, अपर पुलिस अधीक्षक।