लखनऊ : स्कूल और कॉलेज बंद होने पर भी खाली न बैठें, ऑनलाइन प्लेटफार्म का उपयोग कर करें आगे की तैयारी
स्कूल और कॉलेज बंद होने पर भी सेल्फ स्टडी पर करें फोकस अगली कक्षा संबंधी पढ़ाई की तैयारी को लेकर टीचर से भी करते रहें बात
लखनऊ [दुर्गा शर्मा]। प्यारे बच्चो! यूपी बोर्ड रिजल्ट के लिए आपको बहुत बधाई। जिंदगी में अभी बहुत से एग्जाम देने हैं, इसलिए आपको लक्ष्य पर फोकस कर कड़ी मेहनत करनी होगी।कोविड 19 ने हर क्षेत्र में चुनौती खड़ी कर दी है। नया सेशन कब शुरू होगा, स्कूल-कॉलेज कब खुलेंगे, यह अभी कहा नहीं जा सकता। अनिश्चितता की इस घड़ी में हर कोई परेशान है, पर बच्चो, आप परेशान न हो। यह स्थिति जल्द ही समाप्त हो जाएगी। स्कूल-कॉलेज फिर शुरू होंगे। कॉलेज और स्कूल बंद होने से आपके पास अब काफी समय है। अब तो रिजल्ट का तनाव भी दूर हो चुका है। आप इस समय का अच्छी तरह से उपयोग करें। आजकल विभिन्न संसाधन हैं, आप घर पर रहकर भी पढ़ाई कर सकते हैं। खाली न बैठें, अपने आप को आगे के लिए तैयार करें। देरी को सकारात्मकता से लें, क्योंकि आपको आगे की पढ़ाई के लिए खुद को तैयार करने का काफी समय मिल रहा। अगली कक्षा के लिए किताबें जुटाएं। अभी नई किताबें नहीं लेना चाह रहे, तो किसी परिचित से पुरानी किताबें ही मांगकर पढ़ाई शुरू कर दें। सेल्फ स्टडी पर जोर दें। अगली कक्षा संबंधी पढ़ाई की तैयारी को लेकर टीचर से भी बात करते रहें। टेक्नोलॉजी से भी दोस्ती कर लें।
*सीख सकते हैं नये स्किल*
कई सारे मोबाइल एप हैं, जिनकी मदद से आप घर पर ही पढ़ाई कर सकते हैं। आप इससे आगे की परीक्षा की तैयारी भी कर पाएंगे। सिलेबस भी पूरा हो सकेगा। आप चाहें तो कोई ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं। इसके लिए भी कई वेबसाइट और एप हैं। कोर्स से संबंधित ऑनलाइन क्लासेज भी चलती हैं। इस तरह से आप कई नये स्किल भी सीख सकते हैं।
*सुधार सकते हैं राइटिंग स्पीड*
परीक्षाओं में साफ सुथरी राइटिंग भी बहुत महत्व रखती है। साथ ही राइटिंग स्पीड भी बहुत जरूरी होता है। खाली समय में राइटिंग स्पीड को सुधारने के लिए प्रैक्टिस कर सकते हैं। क्रिएटिव राइटिंग भी कर सकते हैं। इससे आपको आगे चलकर अच्छे अंक हासिल करने में मदद मिलेगी।
*रीविजन करते रहें*
पिछले कक्षा में की गई पढ़ाई अगली कक्षा में भी काम आती है, इसलिए पुराने टॉपिक्स पर भी बराबर ध्यान दें। पिछले वर्षों के पेपर भी सॉल्व कर सकते हैं, इससे आपका रीविजन बना रहेगा।
*आगे के लिए प्लान बनाएं*
इस भरपूर समय का प्रयोग आप आत्म मूल्यांकन के लिए भी कर सकते हैं। चिन्हित करें कि आप किस क्षेत्र में मजबूत हैं। आपको किस विषय में ज्यादा दिक्कत होती है। आगे की पढ़ाई किन विषयों के साथ करनी है। अपने मजबूत पक्षों को और मजबूत, वहीं कमजाेर पक्ष काे सुदृढ़ कैसे करें, इसकी रणनीति बनाएं। आपको जिन विषयों को लेकर आगे की पढ़ाई करनी है, उनके महत्वपूर्ण टॉपिक्स को नोटकर उनके बारे में नेट पर सर्च करना शुरू करें। आजकल अधिकतर टॉपिक की जानकारी या उससे संबंधित लेक्चर आदि इंटरनेट पर मौजूद हैं। कई ऐसे चैनल भी हैं, जहां पर फ्री में ही कोचिंग सेंटर की तरह की पढ़ाई भी होती है, उनके बारे में जान सकते हैं। वहीं, आप किसी एग्जाम की तैयारी का सोच रहें हैं तो उसके सिलेबस के बारे में भी सर्च करें। सिलेबस और एग्जाम पैटर्न को लेकर आगे के लिए प्लान बनाएं।
*ई लाइब्रेरी का ऑप्शन तो खुला है*
फिलहाल हम पुस्तकालयों में बैठकर नहीं पढ़ सकते, पर ई लाइब्रेरी का विकल्प तो खुला है। ऑनलाइन पुस्तकालयों के जरिए भी आप खुद को भविष्य के लिए तैयार कर सकते हैं। ई लाइब्रेरी में आपको तमाम आर्टिकल और रिसर्च पेपर भी पढ़ने को मिल जाएंगे।
*नोट्स तैयार करें*
सेल्फ स्टडी पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करें। अाप कुछ भी पढ़ें तो उसके नोट्स जरूर बनाते चलें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको चीजें आसानी से याद हो जाएंगी। वहीं, रिवीजन के वक्त भी आसानी होगी। यूनिट्स या चैप्टर को छोटे-छाेटे हिस्सों में बांटकर पढ़ें। कोशिश करें अलग-अलग टॉपिक्स के अलग-अलग नोट्स प्वाइंटवार बनाएं। सरल और कठिन टॉपिक के हिसाब से अपनी पढ़ाई करें।
*कॅरियर विकल्पों के बारे में पढ़ें*
नवयुग कन्या महाविद्यलय की प्राचार्या डॉ. सृष्टि श्रीवास्तव ने बताया कि ये खाली समय केवल सोकर या सोशल मीडिया पर जरूरत से ज्यादा वक्त गुजारकर बर्बाद न करें। काफी स्कूल हाईस्कूल के बाद वाले बच्चों के तो ऑनलाइन क्लासेज शुरू कर देंगे। पर इंटर के बाद वाले बच्चों के लिए दिक्कत ज्यादा है। वो चाहें तो उनके पास प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का विकल्प है, जिसमें वो कड़ी मेहनत करके सफल हो सकते हैं। वही, जिन्हें डिग्री क्लासेज में पढ़ाई करनी है, वो फिलहाल एडमिशन के लिए ऑनलाइन अप्लाई कर दें, जिन्होंने किसी ऐसे कॉलेज में अप्लाई किया है जहां परीक्षा के आधार पर दाखिले मिलेंगे, तो वो एडमिशन एग्जाम की तैयारी करें। सामान्य ज्ञान वगैरह की किताबें पढ़ना हमेशा ही उपयोगी होता है। नेट पर कॅरियर ऑप्शन सर्च करें। पढ़ाई के अलावा भी अपनी रुचि के हिसाब से अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ें। आप चाहें तो सोशल मीडिया पर करेंट इशूज पर भी लिख सकते हैं। ये आपको विचारशील बनाने के साथ ही आपकी लेखकीय क्षमता को भी बढ़ाएगा। नये गैजेट और टेक्नोलॉजी के बारे में भी पढ़ सकते हैं। हल्की फुलकी आउटडोर एक्टिविटी भी कर सकते हैं। कुछ मिलाकर इस अतिरिक्त समय का भरपूर लाभ उठाएं, हर वो काम करें जो आप स्कूल-कॉलेज की वजह से टाइम ने मिलने के कारण नहीं कर पाते थे। जल्द ही आपकी कॉलेज लाइफ शुरू हो जाएगी। खुली आंखों में सुंदर भविष्य के सपने सजाइए। खुश रहिए।
*टीवी चैनल से भी कर सकते हैं पढ़ाई*
राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विवि के उप-पुस्तकालयाध्यक्ष मनीष कुमार बाजपेयी ने बताया कि बच्चे टीवी चैनल या ऑनलाइन पढ़ाई करके भी अपने कॅरियर की उड़ान भर सकते हैं। अब तो नेट कनेक्टिविटी की भी दिक्कत भी नहीं। । बच्चे बिना इंटरनेट के दूरदर्शन के स्वयंप्रभा चैनल के अलावा विभिन्न माध्यमों से तैयारी कर सकते हैं। npeel, cec, ignou, ugc समेत विभिन्न शैक्षिक चैनल यूट्यूब व टीवी के माध्यम से प्रसारित किए जा रहे हैं। इसके अलावा ई-ज्ञान कोर्स, ऑनलाइन लाइब्रेरी व इग्नू के द्वारा विद्यार्थियों को शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।वहीं विभिन्न सर्टीफिकेट, रेगुलर, डिप्लोमा, स्नातक और परास्नातक कोर्स भी इग्नू के द्वारा कराए जा रहे हैं। यूजीसी स्वयंप्रभा पोर्टल के माध्यम से स्किल सम्बन्धी कोर्स भी कराए जा रहे हैं। इनकी सारी पठन, पाठन सामग्री भी पोर्टल के द्वारा ही उपलब्ध कराई जाती है।
*ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का लाभ उठाएं*
लखनऊ विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हिमांशु पांडेय ने बताया कि वे सभी विद्यार्थी जिन्होंने इस वर्ष 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा पास की हैं, उनके सामने कॅरियर के लिए आगे की तैयारी करना, बहुत बड़ी चुनौती बनी हुई है। बावजूद इसके ऐसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी मौजूद हैं, जिसके जरिए घर बैठे छात्र नए स्किल सीख सकते हैं, जो उन्हें कॅरियर में आगे बढ़ने में मदद करेगा। कोरोना काल मे ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न पहल हुए, जिसमें एनसीईआरटी की ई-पाठशाला एप की मदद से 12 वीं उत्तीर्ण छात्र इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं अन्य परीक्षाओं के लिए तैयारी घर बैठे कर सकते हैं| ई-पाठशाला एप पर 504 किताबें एवं 3886 ई-रिसोर्सेज मौजूद हैं।इसके साथ-साथ सभी विद्यार्थी नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन के ई-स्किल इंडिया एप पर मौजूद फ्री स्किल डवलपमेंट कोर्सेस के जरिए एग्रीकल्चर, आइटी, हेल्थ केयर मैनेजमेंट, मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार अपनी स्किल्स को डेवलप कर सकते हैं।