चन्दौली : शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए आईं किताबें बदहाल
जासं, चकिया (चंदौली) : हजारों की संख्या में शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिए आई किताबें ब्लाक संसाधन केंद्र में डंप पड़ी हैं। केंद्र सभागार के एक कोने में पड़ी इन किताबों का कोई पुरसाहाल नहीं है। कोई जिम्मेदार व्यक्ति बताने वाला नहीं कि किताबें यहां किस लिए भेजी गई हैं।कोरोना काल में ब्लाक संसाधन केंद्र पर हजारों की संख्या में आई किताब को लेकर जिम्मेदारान लापरवाह बने हुए हैं। विभागीय कर्मचारियों की मानें तो किताबें सर्व शिक्षा अभियान के तहत बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य आईं। इन किताबों में नौगढ़ ब्लाक संसाधन केंद्र की भी किताबें हैं पर लॉकडाउन के चलते नौगढ़ नहीं जा सकी। साथ ही कोरोना संक्रमण के चलते शिक्षकों का होने वाला प्रशिक्षण भी स्थगित हो गया। खैर जो भी हो प्रशिक्षण के लिए किताबों की आई खेप को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी ब्लाक संसाधन केंद्र के जिम्मेदारों की है पर लापरवाही का आलम यह कि हजारों की संख्या में लाखों रुपए की लागत वाली किताबें केंद्र सभागार के एक कोने में जैसे तैसे पड़ी हैं। शिक्षकों का कब प्रशिक्षण होना था, स्थगित होने की स्थिति में अब कब प्रशिक्षण होगा, किन कारणों से यह किताबें बेतरतीब ढंग से रखी गई हैं आदि सवालों का जवाब ब्लाक संसाधन केंद्र के एआरपी मृत्युंजय, बाबूलाल नहीं दे सके। नवागत खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि किताबों को सुरक्षित ढंग से रखा जाएगा। किताबों को रखने में जिस किसी ने लापरवाही बरती है, आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।