प्रयागराज,जेएनएन। करीब सप्ताह भर से पूरे राज्य में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला सुर्खियों में बनी हुई है।कथित शिक्षिका की असलियत सामने आने के साथ ही सोरांव के गोहरी केजीबीवी में इसी नाम से नौकरी करने वाली शिक्षिका की सेवा समाप्ति के लिए कार्रवाई शुरू हो गई। बीएसए कार्यालय से डीएम और सीडीओ को प्रस्ताव भेज दिया गया। उनकी स्वीकृति मिलने के बाद शिक्षिका की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इस मामले में कर्नलगंज थाने में कथित शिक्षिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर किया गया है।
मामले की जांच कर रहे एडी बेसिक ने शिक्षिका की सेवा समाप्ति के दिए थे निर्देश
अनामिका के नाम से एक शिक्षिका ने नवंबर 2019 से मार्च 2020 तक केजीबीवी में नौकरी की। फर्जी निवास प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी करने का मामला सामने आते ही वह फरार हो गई। उसका वेतन भी रोक दिया गया। प्रकरण की जांच कर रहे एडी (बेसिक) रमेश कुमार तिवारी ने उसके खिलाफ एफआइआर कराने और सेवा समाप्ति के निर्देश बीएसए को दिए थे।
निवास प्रमाण पत्र फर्जी मिलने पर शिक्षिका फरार
बहरहाल, दो जून को विभागीय अधिकारियों ने शिक्षिका के प्रमाण पत्र का ऑनलाइन सत्यापन किया तो उसके निवास प्रमाण पत्र में रीना का नाम दर्ज था। उसी आधार पर रविवार को कर्नलगंज थाने में उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के बाद सेवा समाप्ति की कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि बीएसए कार्यालय से शिक्षिका की सेवा समाप्ति के लिए डीएम और सीडीओ को प्रस्ताव भेज दिया गया है।