वरिष्ठ संवाददाता,लखनऊ:उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा आयोग (यूपीएसएसएससी) ने मई 2018 में ग्राम पंचायत अधिकारी भर्ती का विज्ञापन निकाला था। दिसम्बर 2018 में इसकी परीक्षा कराई गई थी। अगस्त 2019 में नतीजे भी जारी कर दिए। नतीजे आने के बाद भी करीब 10 महीने से भर्ती प्रक्रिया फंसी हुई है।
छलका दर्द
चयनित अभ्यर्थी बार-बार दफ्तरों में नौकरी के लिए गुहार लगा रहे हैं। कई बार धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन कोई हल नहीं निकला। अभ्यर्थियों का कहना है कि बार-बार सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। यूपीएसएसएससी ने मई 2018 में 1953 पदों के लिए आवेदन निकाला था। सफल अभ्यर्थियों का कहना है कि अगस्त 2019 में नतीजे जारी करने के बाद आयोग की ओर से कई बार दस्तावेजों के सत्यापन का कार्यक्रम जारी किया जा चुका है। हर बार इसे टाल दिया जाता है। अन्तिम बार 12 मार्च को कार्यक्रम दिया गया था।
भर्ती की मांग पर 8 जुलाई को धरना देंगे:
परेशान चयनित अभ्यर्थियों ने अब आंदोलन का फैसला लिया है। चयनित अभ्यर्थी सुधीर सिंह ने बताया कि आगामी आठ जुलाई को आयोग के पिकप भवन पर धरना देने की घोषणा की गई है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ प्रदर्शन किया जाएगा।