प्रयागराज : 69000 भर्ती में नकल माफिया एसटीएफ को भी दे रहे मात, सुराग नहीं
-चंद्रमा यादव समेत चार आरोपी महीने भर बाद भी पकड़ से दूर
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-पिछले महीने स्थानांतरित कर एसटीएफ को सौंपी गई थी विवेचना
प्रयागराज। 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह में शामिल नकल माफिया एसटीएफ को भी मात दे रहे हैं। मामले में फरार चल रहे चंद्रमा यादव समेत चार आरोपी महीने भर बाद भी नही ंपकड़े जा सके हैं। शासन से सोरांव पुलिस से स्थानांतरित कर विवेचना पिछले महीने एसटीएफ को सौंपी थी। 69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ चार जून को हुआ था। सोरांव पुलिस ने मामले मेें महज छह दिन के भीतर 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसमें सरगना केएल पटेल भी शामिल था।
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए नौ जून को शासन ने विवेचना एसटीएफ को स्थानांतरित कर दी। जिसके बाद टीईटी पेपर लीक मामले के आरोपी चंद्रमा यादव को भी मामले में वांछित किया गया। मायापति दुबे, आलोक उर्फ धर्मेंद्र व दुर्गेश समेत तीन आरोपी पहले से फरार थे। एसटीएफ की टीम ने शहर में विभिन्न स्थानों केअलावा कौशांबी, प्रतापगढ़, भदोही में दबिश दी लेकिन आरोपियों का अब तक कोई सुराग नहीं हासिल कर पाई है। मामले में एसटीएफ अफसरों का यही कहना है कि फरार आरोपियों के हरसंभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास लगातार जारी हैं। विवेचना प्रचलित है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिवकुटी में दर्ज केस में भी नहीं हुई कार्रवाई
69 हजार शिक्षक भर्ती परीक्षा पास कराने वाले गिरोह के सरगना केएल पटेल पिछले साल रेलवे भर्ती परीक्षा में धांधली की कोशिश करते पकड़े गए गिरोह के भी संपर्क में था। जिस पर शिवकुटी थाने में दर्ज मामले मेें उसे आरोपी बनाया गया था। सोरांव मामले में गिरफ्तारी के बाद शिवकुटी पुलिस ने भी अपने मुकदमे में उसका रिमांड बनवाया था। हालांकि अब तक इस मामले में भी उसके खिलाफ कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी है। हालांकि पुलिस का कहना है कि उसके खिलाप साक्ष्य एकत्रित किए जा रहे हैं। साक्ष्यों के अनुसार कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी।