न्यूज डेस्क, अमर उजाला, प्रयागराज इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) ने पांच साल में 92 करोड़ 55 लाख 55 हजार रुपये कमाए। इस धनराशि का अस्सी फीसदी हिस्सा प्रवेश शुल्क के रूप में मिला और बाकी कमाई अन्य मदों में हुई। पांच वर्षों के दौरान इविवि को सर्वाधिक 20 करोड़ 56 लाख 75 हजार रुपये की कमाई सत्र 2017-18 में हुई हालांकि, इविवि को हर साल होने वाली आय के बारे में यूजीसी को जानकारी भेजनी होती है और यूजीसी इस धनराशि की कटौती करने के बाद ही विश्वविद्यालय को बजट जारी करता है। पहले पूरे साल का बजट साथ जारी कर दिया जाता था, लेकिन अब साल में चार बार तीन-तीन माह की किस्तों में बजट जारी किया जाता है। सत्र 2019-20 में इविवि को 19 करोड़ 85 लाख 56 हजार रुपये की आय हुई है और इविवि प्रशासन ने सत्र 2020-21 के लिए 81 करोड़ 45 लाख रुपये का बजट यूजीसी से मांगा है।
यूजीसी अब 81 करोड़ 45 लाख रुपये में से 19 करोड़ 85 लाख 56 हजार रुपये की कटौती करने के बाद इविवि को बजट जारी करेगा। इविवि को वर्ष 2015-16 में 12 करोड़ 99 लाख 34 हजार रुपये, वर्ष 2016-17 में 19 करोड़ 53 लाख 79 हजार रुपये और वर्ष 2018-19 में 19 करोड़ 60 लाख 11 हजार रुपये की आय हुई थी। इविवि की इस आय का अस्सी फीसदी हिस्सा प्रवेश शुल्क से आता है। साथ ही आवेदन शुल्क से होने वाली आय भी इसमें शामिल है। इसके अलावा डिग्री, डिप्लोमा, माइग्रेशन शुल्क एवं अन्य मदों से भी आय होती है, जो बहुत कम है।