महराजगंज : महाविद्यालयों में भी ढूढे़ जाएंगे फर्जी शिक्षक
हिन्दुस्तान टीम,महाराजगंज | Published By: NewswrapUpdated:
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में फर्जी शिक्षकों के पकड़े जाने के बाद अब उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षक भी निशाने पर आ गए हैं। सभी राजकीय व अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों की भी कुंडली खंगालने की तैयारी हो गई है। मजिस्ट्रेट के नेतृत्व जांच टीम इनके नियुक्ति से संबंधित दस्तावेजों का गहन जांच-पड़ताल कर उनका भौतिक सत्यापन करेगी। सत्यापन के बाद फर्जी मिलने पर इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के साथ ही वेतन की वसूली भी हो सकती है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में एक नाम से कई जगह नौकरी करने वाली फर्जी शिक्षिका के पकड़ में आने के बाद शासन ने सभी स्तर के सभी शिक्षकों की नियुक्ति की जांच कराने का निर्णय लिया है। इसमें उच्च शिक्षा विभाग के अन्तर्गत राज्य विश्वविद्यालयों, राजकीय महाविद्यालयों व अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षकों के शैक्षणिक अभिलेखों का सत्यापन व शिक्षक का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग ने जिलाधिकारी को पत्र जारी कर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच व सत्यापन कराने को कहा है। जांच टीम यह पता लगाएगी कि कोई शिक्षक अन्य किसी शिक्षक के नाम स्थान/नाम पर कार्यरत तो नहीं हैं।
एडीएम की अध्यक्षता में बनेगी टीम
डीएम द्वारा गठित टीम में एडीएम अध्यक्ष, एएसपी सदस्य व क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी सदस्य/सचिव हैं। इसके साथ ही जांच समिति के पर्यवेक्षण में स्थलीय जांच के लिए भी उप समितियां बनायी गई हैं। राज्य विश्वविद्यालय एवं राजकीय महाविद्यालयों की जांच की उप समिति में एसडीएम अध्यक्ष, जनपद के राजकीय महाविद्यालय का एक वरिष्ठ प्रवक्ता व संबंधित राज्य विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी शामिल हैं। वहीं अशासकीय अनुदानित महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों की जांच उप समिति में उप जिलाधिकारी अध्यक्ष, जनपद के राजकीय महाविद्यालय का वरिष्ठतम प्राचार्य व राजकीय महाविद्यालय का एक वरिष्ठ प्रवक्ता सदस्य हैं।