बस्ती : मुख्यमंत्री जी, वित्तविहीन शिक्षकों का दर्द समझिये, मदद कीजिये: संजय द्विवेदी
विद्यालय में कार्यरत 85 प्रतिशत वित्तविहीन शिक्षक अप्रैल माह से वेतन नही पाए
बस्ती। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के मण्डलीय मंत्री संजय द्विवेदी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि कोविड़-19 से प्रभावित वित्त विहीन विद्यालयों के प्रबंध तंत्रों ने 85 प्रतिशत से अधिक शिक्षकों को अप्रैल, मई व जून माह की सेलरी नही दी है, जिसके कारण निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक व उनका परिवार भुखमरी से जूझ रहे हैं। इन विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए वित्तविहीन शिक्षकों के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा करते हुए उनके बैंक खाते में सहायता राशि पहुचाई जाय।श्री द्विवेदी ने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की मान्यता की धारा-7 क(क) को परिवर्तित कर 7(4) के अधीन किया जाए, और इन विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की सेवा नियमावली निर्मित कर कम से कम 5 अंकों में सम्मानजनक मानदेय बैंकों के माध्यम से दिया जाय।मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में श्री द्विवेदी ने कहा है कि प्राथमिक से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक के वित्तविहीन शिक्षकों एवं कर्मचारियों की आर्थिक दशा वेतन न मिलने के बाद खराब हो रही है। वित्तविहीन विद्यालयों के प्रबंधक विद्यार्थियों से फीस नही ले पाए हैं, जिसका नतीजा यह है कि वे अपने शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन भी नहीं दे पा रहे हैं। पत्र में उन्होंने लिखा है कि वित्तविहीन शिक्षक नौकरी खोने के डर से प्रबंधकों द्वारा वेतन न दिए जाने के विरोध में आवाज भी नहीं उठा पा रहा है, वह मन ही मन घुट रहा है, उनकी हालत विगड़ती जा रही है। कोविड-19 की महामारी में सरकार सभी वर्गों का ध्यान दे रही है, लेकिन वित्तविहीन व्यवस्था में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों की आर्थिक दशा पर ध्यान नहीं दे रही है।