लखनऊ : दाखिले हुए कम तो निजी स्कूल आरटीई से भर रहे सीटें
हिन्दुस्तान टीम, लखनऊ, कार्यालय संवाददाता । शहर के निजी स्कूलों ने ‘दाखिले शुरू के बोर्ड तो स्कूल के बाहर लटका दिए हैं लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते अभिभावक बच्चों के दाखिला कराने नहीं आ रहे। खासकर शहर के बी ग्रेड स्कूलों की हालत बहुत ही खराब हैं। ऐसे में स्कूलों ने अब आरटीई के तहत होने वाले दाखिलों में रूचि दिखा शुरू कर दी है। पिछले एक सप्ताह में दर्जनों स्कूल आरटीई के दाखिले के लिए बेसिक शिक्षा विभाग पहुंच रहे हैं। स्कूलों का कहना है कि आरटीई की फीस से उनका खर्च तो चलता रहेगा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम आरटीई की लिस्ट में नाम आने के बाद अभी तक अभिभावक अपने बच्चों के दाखिले के लिए स्कूल जाते थे। लेकिन कोरोना संक्रमण ने माहौल में बदलाव कर दिया है। अभिभावकों के बजाए स्कूल प्रशासन बच्चों की तलाश में बेसिक शिक्षा विभाग के चक्कर लगा रहा है। पिछले एक सप्ताह में तीस से अधिक स्कूल आरटीई के तहत बच्चे स्कूल में एलॉट कराने के लिए बीएसए कार्यालय पहुंच चुके हैं। स्कूलों का कहना है कि वह बच्चों के दाखिले कर ऑनलाइन क्लासेज भी शुरू करा देंगे। जिला कोर्डिनेटर एके अवस्थी के मुताबिक पहली बार ऐसा देखने को मिल रहा है कि स्कूल खुद बच्चों के दाखिले के लिए आ रहे हैं। आरटीई के तहत सरकार की ओर से स्कूलों को प्रति छात्र 450 रूपए प्रतिमाह फीस दी जाती है। ऐसे में सीटें खाली रहने से बेहतर है कि उसमें आरटीई के तहत दाखिले लिए जा रहे हैं।