हिन्दुस्तान टीम ,देवरिया | बेसिक शिक्षा विभाग से बर्खास्त सात फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध देवरिया सदर कोतवाली में कूट रचना, धोखाधड़ी और गबन का केस दर्ज किया गया है। खण्ड शिक्षा अधिकारी की तहरीर पर शुक्रवार को पुलिस ने यह कार्रवाई की। इसके अलावा विभिन्न थाना क्षेत्रों में 18 और फर्जी शिक्षकों के खिलाफ तहरीर पड़ी है। देर रात तक उनके खिलाफ भी केस दर्ज होने की संभावना है। बेसिक शिक्षा विभाग में बड़े पैमाने पर नियुक्तियों में गड़बड़ी की गई है। फर्जी प्रमाण पत्र पर शिक्षक बनने के मामले की जांच प्रदेश सरकार के निर्देश पर एसटीएफ कर रही है। जांच में गड़बड़ी मिलने पर पिछले दिनों 39 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया था। इसके साथ ही बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को बर्खास्त शिक्षकों को उनके तैनाती स्थल के थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए रिकवरी की कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। उसी क्रम में देवरिया सदर के खंड शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार तिवारी ने बर्खास्त शिक्षकों के विरुद्ध कोतवाली पुलिस को गुरुवार को तहरीर दिया था। मामले में कोतवाली पुलिस ने विमल यादव, मीरा यादव, रीता मिश्रा, नीरज , सुनील कुमार रावत, अनिल कुमार रावत और सरोज कुमार के विरुद्ध 419, 420, 467, 468, 471 और 409 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। कोतवाल टीजे सिंह ने कहा कि पुलिस मामले की छानबीन करते हुए जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी।
18 और शिक्षकों के खिलाफ पड़ी है तहरीर
फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने के चलते बर्खास्त हो चुके 18 और शिक्षकों के खिलाफ भी तहरीर पड़ी है। देर रात तक इनके खिलाफ भी केस दर्ज होने की उम्मीद हैं। इसमें बनकटा के दो, रामपुर कारखाना में दो, तरकुलवा में एक, रुद्रपुर एक शिक्षक, एकौना चार शिक्षकों, सलेमपुर कोतवाली में सात शिक्षकों, मईल में एक शिक्षक के विरुद्ध तहरीर दिया गया है।