प्रयागराज : अब ऑनलाइन पढ़ें केंद्रीय राज्य पुस्तकालय की किताबें
प्रयागराज, जेएनएन। पुस्तक पढऩे के शौकीनों और प्रतियोगी छात्रों के लिए अच्छी खबर है। अब छुट्टियों के दौरान भी मनपसंद पुस्तकें पढऩे से वंचित नहीं होना पड़ेगा। जी, हां यह संभव होगा सूबे का एकमात्र केंद्रीय राज्य पुस्तकालय (लाइब्रेरी) के डिजिटलीकरण होने से। दरअसल, स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल जाने वाली रोड पर स्थित इस लाइब्रेरी को स्मार्ट सिटी के तहत डिजिटल लाइब्रेरी के रूप में परिवर्तित करने का निर्णय लिया गया है। इस व्यवस्था से प्रतियोगी छात्राओं को काफी सुविधा होगी। घर बैठे केंद्रीय राज्य पुुस्तकालय में मौजूद पुस्तकों का अध्ययन कर सकते हैं। उन्हें पुस्ताकलय में आने की जरूरत नहीं पडेगी। इससे उनके समय की बचत होगी।
विकसित होगा आइटी इंफ्रास्ट्रक्चर
डिजिटलीकरण के संबंध में नगर निगम और लाइब्रेरी के अधिकारियों के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। लाइब्रेरी में पूरा आइटी इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाएगा। डिजिटलीकरण के लिए डिटेल्स प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है।
कई तरह की पुस्तकें यहां उपलब्ध
लाइब्रेरी में हर तरह की प्रतियोगी पुस्तकें, लिटरेचर, वेद, रामायण, महाभारत, जर्नल, गजट, गजेटियर आदि उपलब्ध हैं। डिजिटल लाइब्रेरी होने से पाठकों को किताबें न मैन्युअली जारी होंगी और न ही रिसीव होंगी। बल्कि डिजिटली उपलब्ध होंगी।
खास बातें
01 लाख से ज्यादा किताबें हैं यहां
03 करोड़ रुपये करीब खर्च आने की उम्मीद
100 कंप्यूटर-टेबल का तैयार किया जाएगा सेटअप
200 रुपये बच्चों का सदस्यता शुल्क
500 और 1,000 बड़ों का सदस्यता शुल्क
1,949 में स्थापित हुई थी यह लाइब्रेरी
12,500 से ज्यादा हैं सदस्य