लखनऊ : पढ़ाई के साथ ही स्टार्टअप चलना सीखेंगे युवा, नई नीति में हैं कई प्राविधान
शिखा श्रीवास्तव,लखनऊ | स्टार्टअप के लिए युवाओं को पढ़ाई पूरे करने का इंतजार नहीं करना होगा। वे स्नातक या स्नातकोत्तर के पहले वर्ष के बाद अधिकतम 12 महीने का ब्रेक स्टार्टअप के आइडिया को विकसित करने के लिए ले सकेंगे। वहीं हर जिले में ‘युवा हब’ (युवा उद्यमिता विकास अभियान ) खोले जाएंगे। इसके लिए स्टार्टअप नीति में प्राविधान किया गया है। प्राइमरी स्कूलों से ही बच्चों को स्टार्टअप के लिए विभिन्न तरह के प्रोत्साहन दिए जाएंगे। यूपी सरकार की नई स्टार्टअप नीति में युवा स्नातक या परास्नातक कोर्स के पहले साल के बाद स्टार्टअप की तैयारी के लिए ब्रेक ले सकते हैं। ये ब्रेक उनकी पढ़ाई में रुकावट (गैप इयर) नहीं माना जाएगा। वहीं इसे कोर्स की अधिकतम अवधि में नहीं गिना जाएगा यानी यदि बीए पूरा करने की अधिकतम अवधि 6 साल है तो इसमें ये एक साल इसमें शामिल नहीं किया जाएगा। वहीं यदि युवा इस स्टार्टअप आइडिया पर काम करना चाहते हैं तो फाइनल वर्ष के प्रोजेक्ट के रूप में इसे कर सकेंगे।
हर जिले में युवा हब
वहीं हर जिले में युवा हब के लिए एक नोडल अफसर बनाया जाएगा जो जिले में किसी भी स्टार्टअप के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की तरह काम करेगा। युवा हब को सीधे ‘स्टार्ट इन यूपी’ पेार्टल से जोड़ा जाएगा ताकि सीधी जानकारियां मिल सकें। जिला स्तर पर कक्षा 8 से 12 के बीच स्टार्टअप आइडिया के लिए ‘जूनियर आइडिथॉन’ प्रतियोगिता करवाई जाएंगी और इसके लिए 25 हजार रुपए प्रति आइडिया प्रोत्साहन भी दिया जाएगा। अधिकतम 50 आइडिया को प्रोत्साहन दिया जा सकेगा।
ये भी होगा-
एंटरप्रेन्योरशिप व इन्नोवेशन के लिए कोर्स शुरू करेंगे विवि
सभी विवि व कॉलेजों में ई सेल खोले जाएंगे
बेसिक व माध्यमिक इसे अपने पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे
फैकल्टी की ट्रेनिंग करवाई जाएगी
स्टार्टअप की ब्रांण्डिंग के लिए स्टार्टअप एक्सप्रेस, मेला, हैकथॉन आदि का आयोजन होगा